सीकर. काफी समय से अपने करोड़ों रुपए डूबने के डर में जी रहे सीकर अरबन को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के सदस्यों को अब राहत मिलने की उम्मीद जगी है. इस बैंक का दूसरे को-ऑपरेटिव बैंक में विलय का प्रस्ताव तैयार हो गया है और जल्द ही दूसरे को-ऑपरेटिव बैंक में इसका विलय हो सकेगा.
सीकर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक लिमिटेड की साधारण सभा की बैठक सोमवार को संपन्न हुई. बता दें कि फिलहाल इस बैंक में लेन-देन का कार्य बंद है. इस पर विस्तार से चर्चा हुई और इसे वापस शुरू करने पर सदस्यों ने हंगामा भी किया.
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बता दें कि बैठक में चेयरमैन प्रदीप जोशी और एमडी एमपी सिंह ने सदस्यों के साथ चर्चा की. इसके बाद यह तय किया गया कि बैंक का विलय किसी दूसरे को-ऑपरेटिव बैंक में किया जाए जिससे कि निवेशकों को पैसा डूबने का डर नहीं रहे.
इसके साथ ही बैठक में यह भी तय हुआ कि निवेशकों के पैसे के लिए आरबीआई से मार्गदर्शन लेकर आरबीआई की गाइडलाइन के मुताबिक इस बैंक का दूसरे को-ऑपरेटिव बैंक में विलय कर दिया जाएगा.