सीकर. जिले के रशीदपुरा टोल नाके पर टोल कर्मियों ने एक युवक की जमकर पिटाई कर दी, जिसमें गंभीर रूप से जख्मी हुए युवक को स्थानियों की मदद से आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया. जहां इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई. मृतक युवक की शिनाख्त लक्ष्मणगढ़ के लालासी ग्राम निवासी मुकेश के रूप में हुई है. वहीं, घटना के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया के नेतृत्व में ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान ग्रामीणों ने जयपुर-बीकानेर बाईपास को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया, जिसके कारण वहां जाम लग गया.
वाकया की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आक्रोशित ग्रामीणों को मनाने की कोशिश की. वहीं, ग्रामीणों ने मृतक के परिजनों को बतौर मुआवजा 50 लाख रुपए देने के साथ ही टोल कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की. ग्रामीणों ने कहा कि टोल कर्मी यहां आए दिन झगड़ा करते हैं. जिससे आसपास के स्थानीय खासा परेशान हैं.
दरअसल, सोमवार को किसी बात को लेकर लक्ष्मणगढ़ के लालासी ग्राम निवासी मुकेश की टोल कर्मियों से कहासुनी हो गई. इस पर टोल कर्मियों ने मुकेश पर हमला कर दिया. जिसमें वो बुरी तरह से जख्मी हो गया. इसके बाद उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान सोमवार रात को उसकी मौत हो गई.
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इन मांगों पर बनी सहमति - इधर, टोल प्लाजा पर प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने मुख्य रूप से तीन मांगें रखी थी. इसमें पहली मांग मारपीट करने वाले सभी टोल कर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर उनकी अविलंब गिरफ्तारी. दूसरी मांग मृतक के परिजनों को बतौर मुआवजा 50 लाख रुपए देने और तीसरी व आखिरी मांग मृतक की मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराने की थी. आखिरकार इनमें से तीन मांगों पर सहमति बन गई. वहीं, आर्थिक सहायता के रूप में मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपए दिए जाने की बात कही गई है. विरोध प्रदर्शन में पूर्व विधायक पेमाराम, सत्यजीत भींचर और सुरेश बगड़िया सहित कई अन्य मौजूद रहे.
पूर्व विधायक का ट्वीट - पूर्व विधायक कॉमरेड अमराराम ने ट्वीट कर बताया कि सीकर के रशीदपुरा टोल पर झगड़े में मुकेश मील निवासी लालासी की इलाज के दौरान छह मार्च को रात को मौत हो गई. जिसके विरोध में मंगलवार को रशीदपुरा टोल पर विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसमें एसडीएम लक्ष्मणगढ़ और डीवाईएसपी लक्ष्मणगढ़ भी मौजूद रहे.