सीकर (दांतारामगढ़). जिले के डूकिया गांव निवासी धर्मपाल वर्मा ने पंजाब के फरीदकोट में 17 अक्टूबर परिवार सहित आत्महत्या कर ली थी. रविवार शाम को पोस्टमार्टम होने के बाद पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिए. बताया जा रहा है कि उनके गांव में दो चिताओं पर चार लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया. लेकिन ऐसी घटना से ग्रामीणों में सुगबुगाहट शुरू हो गई.
ग्रामीणों ने बताया कि मृतक लॉकडाउन के दौरान डूकिया में था. यहां उसने 2 लाख की खाद्य सामग्री जरूरतमंदों को वितरित करवाई थी और जरूरतमंदों की रुपयों से भी सहायता की थी. इस दौरान ग्रामीणों से कहा कि कोरोना से डरना नहीं इसका मुकाबला करो ऐसा इंसान यह कदम उठाया तो लोगों को हजम नहीं हो रहा है.
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फिलहाल पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस जांच में ही खुलासा होगा कि आत्महत्या है या हत्या. वहीं मृतक धर्मपाल ने सुसाइड नोट में अपने लेन-देन का हवाला भी लिखा है. जिसमें देनदारी 8 लाख 70 हजार और 7 लाख 97 हजार लोगों से लेने का हवाला किया है. मृतक के भाई परशुराम ने फरीदकोट पुलिस थाने में धारा 306 के अंतर्गत आत्महत्या के उकसाने का मामला दर्ज करवाया है. पंजाब पुलिस ने भी रिपोर्ट दर्ज कर परिजनों को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है.