ETV Bharat / state

बिजली विभाग की लापरवाहीः 3 हजार की जगह महिला को थमाया 33 हजार का बिल

सीकर के दांतारामगढ़ कस्बे में विद्युत विभाग की लापरवाही के कई मामले सामने आ रहे है. इस कड़ी में सोमवार को एक महिला के पास आए बिल में जब उसने 33,790 रुपए की राशि देखी तो उसकी आंखें फटी की फटी रह गई.

Negligence of Electricity Department sikar, sikar electricity department news , big amount bill by electricity department sikar, विद्युत विभाग की लापरवाही सीकर ,
author img

By

Published : Aug 26, 2019, 5:25 PM IST

दांतारामगढ(सीकर). जिले के दांतारामगढ़ कस्बे में इन दिनों विद्युत विभाग की लापरवाही से उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विभाग की ओर से बिना रीडिंग के ही बिल जनरेट किए जा रहे हैं.

विद्युत विभाग ने महिला को थमाया 33790 रुपए का बिजली बिल

जिले के दांतारामगढ़ कस्बे में अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से की जा रही लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है. एक उपभोक्ता को विभाग ने बिना देखे 33,790 रुपए का बिल बना कर हाथ में थमा दिया.

जानकारी के अनुसार दांतारामगढ़ कस्बे के वार्ड नंबर 27 में मोसिना बानो के घर पर शनिवार को विद्युत बिल मिला जिसमें विद्युत विभाग ने 33,790 की राशि अंकित थी. मोसिना ने बताया कि प्रतिमाह उसके लगभग 3 हजार रुपए का बिल आता है और नियमित रुप से वह बिल का भुगतान कर रही है. लेकिन शनिवार को जो मोसिना को बिल प्राप्त हुआ तो उसमें 33,790 रुपये की राशि देखकर उसकी आंखें फटी की फटी रह गई.

पढ़ें: गहलोत के मंत्री ने राहुल गांधी के कश्मीर जाने पर मायावती के बयान को बताया मोदी का डर

मोसिना ने कहा कि मैं गरीब मजदूरी करने वाली इतनी बड़ी राशि को कैसे जमा करवाऊं और यह राशि विद्युत विभाग की ओर से लापरवाही की वजह से बनकर आई है. अब मैं मजदूरी करने जाऊं या फिर बिल का संशोधन करवाने के लिए विभाग के कार्यालय में चक्कर काटु.

जानकारी अनुसार ऐसे मामले कस्बे में कई लोगों के साथ घटित हो रहे हैं, जहां पर मीटर रीडिंग लेने के लिए आने वाले रीडर आंखें मूंद कर मीटर रीडिंग लिख कर ले जाता है और फिर उसी के अनुसार बिल बनाकर उपभोक्ताओं को थमा दिया जाता है. मीटर रीडरों की ओर से सही तरीके से मीटर को चेक करके रिडिंग नहीं लिखने के कारण इस प्रकार के बिल बन कर आ रहे हैं जो उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं. इस प्रकार की लापरवाही के कारण उपभोक्ताओं को विद्युत कार्यालय में बार-बार चक्कर लगाने के लिए अतिरिक्त खर्चे भी करने पड़ रहे हैं जो कि उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ रहा है.

पढ़ें: पालीः गांव में मिला 9 फीट लंबा अजगर, लोगों में दहशत

इतना ही नहीं विभाग की ओर से उपभोक्ताओं को बिल जमा कराने की तारीख के एक या दो दिन पहले ही दिए जा रहे हैं. इनसे गरीब उपभोक्ताओं को बिल की राशि की व्यवस्था करने में भी काफी दिक्कतों का सामना कर पड़ता है.

उपभोक्ताओं को बिल का संशोधन करवाने में विभाग के कार्यालय में अनेक चक्कर काटने पड़ते हैं जिससे शारीरिक परेशानी के साथ-साथ आर्थिक परेशानी भी उठानी पड़ रही है.

दांतारामगढ(सीकर). जिले के दांतारामगढ़ कस्बे में इन दिनों विद्युत विभाग की लापरवाही से उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विभाग की ओर से बिना रीडिंग के ही बिल जनरेट किए जा रहे हैं.

विद्युत विभाग ने महिला को थमाया 33790 रुपए का बिजली बिल

जिले के दांतारामगढ़ कस्बे में अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की ओर से की जा रही लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है. एक उपभोक्ता को विभाग ने बिना देखे 33,790 रुपए का बिल बना कर हाथ में थमा दिया.

जानकारी के अनुसार दांतारामगढ़ कस्बे के वार्ड नंबर 27 में मोसिना बानो के घर पर शनिवार को विद्युत बिल मिला जिसमें विद्युत विभाग ने 33,790 की राशि अंकित थी. मोसिना ने बताया कि प्रतिमाह उसके लगभग 3 हजार रुपए का बिल आता है और नियमित रुप से वह बिल का भुगतान कर रही है. लेकिन शनिवार को जो मोसिना को बिल प्राप्त हुआ तो उसमें 33,790 रुपये की राशि देखकर उसकी आंखें फटी की फटी रह गई.

पढ़ें: गहलोत के मंत्री ने राहुल गांधी के कश्मीर जाने पर मायावती के बयान को बताया मोदी का डर

मोसिना ने कहा कि मैं गरीब मजदूरी करने वाली इतनी बड़ी राशि को कैसे जमा करवाऊं और यह राशि विद्युत विभाग की ओर से लापरवाही की वजह से बनकर आई है. अब मैं मजदूरी करने जाऊं या फिर बिल का संशोधन करवाने के लिए विभाग के कार्यालय में चक्कर काटु.

जानकारी अनुसार ऐसे मामले कस्बे में कई लोगों के साथ घटित हो रहे हैं, जहां पर मीटर रीडिंग लेने के लिए आने वाले रीडर आंखें मूंद कर मीटर रीडिंग लिख कर ले जाता है और फिर उसी के अनुसार बिल बनाकर उपभोक्ताओं को थमा दिया जाता है. मीटर रीडरों की ओर से सही तरीके से मीटर को चेक करके रिडिंग नहीं लिखने के कारण इस प्रकार के बिल बन कर आ रहे हैं जो उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं. इस प्रकार की लापरवाही के कारण उपभोक्ताओं को विद्युत कार्यालय में बार-बार चक्कर लगाने के लिए अतिरिक्त खर्चे भी करने पड़ रहे हैं जो कि उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ रहा है.

पढ़ें: पालीः गांव में मिला 9 फीट लंबा अजगर, लोगों में दहशत

इतना ही नहीं विभाग की ओर से उपभोक्ताओं को बिल जमा कराने की तारीख के एक या दो दिन पहले ही दिए जा रहे हैं. इनसे गरीब उपभोक्ताओं को बिल की राशि की व्यवस्था करने में भी काफी दिक्कतों का सामना कर पड़ता है.

उपभोक्ताओं को बिल का संशोधन करवाने में विभाग के कार्यालय में अनेक चक्कर काटने पड़ते हैं जिससे शारीरिक परेशानी के साथ-साथ आर्थिक परेशानी भी उठानी पड़ रही है.

Intro:दांतारामगढ (सीकर) जिले के दांतारामगढ़ कस्बे में इन दिनों विद्युत विभाग की लापरवाही से उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है विभाग द्वारा बिना रीडिंग के ही बिल जनरेट किए जा रहे हैं।Body:सीकर जिले के दांतारामगढ़ कस्बे में अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा की जा रही लापरवाही का खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। ऐसा ही एक मामला दांता कस्बे में देखने को मिला जहां पर एक उपभोक्ता के विभाग ने बिना देखे 33790 रुपये का बिल बना कर हाथ में थमा दिया। जानकारी के अनुसार दांता कस्बे के वार्ड नंबर 27 में मोसिना बानो के घर पर शनिवार को विद्युत बिल मिला जिसमें विद्युत विभाग ने 33790 की राशि भरकर भिजवा दी।
मोसिना ने बताया कि प्रतिमाह उसके लगभग 3000 रुपए का बिल आता है और नियमित रुप से वह बिल का भुगतान कर रही है। लेकिन शनिवार को जो मोसिना को बिल प्राप्त हुआ तो उसमें 33790 रुपये की राशि देखकर उसकी आंखें फटी की फटी रह गई। मोसिना ने कहा कि मैं गरीब मजदूरी करने वाली इतनी बड़ी राशि को कैसे जमा करवाऊ और यह राशि विद्युत विभाग द्वारा लापरवाही की वजह से बनकर आई है। अब मैं मजदूरी करने जाऊं या फिर बिल का संशोधन करवाने के लिए विभाग के कार्यालय में चक्कर काटु। जानकारी अनुसार ऐसे मामले कस्बे में कई लोगों के साथ घटित हो रहे हैं जहां पर मीटर रीडिंग लेने के लिए आने वाले रीडर आंखें मूंद कर मीटर रीडिंग लिख कर ले जाता है और फिर उसी के अनुसार बिल बनाकर उपभोक्ताओं को थमा दिया जाता है मीटर रीडरो द्वारा सही तरीके से मीटर को चेक करके रिडिंग नहीं लिखने के कारण इस प्रकार के बिल बन कर आ रहे हैं जो उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन रहे हैं। इस प्रकार की लापरवाही के कारण उपभोक्ताओं को विद्युत कार्यालय में बार बार चक्कर लगाने के लिए अतिरिक्त खर्चे भी करने पड़ रहे हैं जो कि उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ रहा है। इतना ही नहीं विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को बिल जमा कराने की तारीख के एक या दो दिन पहले ही दिए जा रहे हैं इनसे गरीब उपभोक्ताओंं को बिल की राशि की व्यवस्थाा करने में भी काफी दिक्कतों का सामना कर पड़ता है।

बाइट - मोसिना बानो, उपभोक्ता।Conclusion:उपभोक्ताओं को बिल का संशोधन करवाने में विभाग के कार्यालय में अनेक चक्कर काटने पड़ते हैं जिससे शारीरिक परेशानी के साथ-साथ आर्थिक परेशानी भी उठानी पड़ रही है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.