जयपुर : राजधानी की संजय सर्किल थाना पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग के चार सक्रिय बदमाशों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने उनके कब्जे से एक पिस्तौल, एक देसी कट्टा, मैगजीन समेत पांच कारतूस बरामद किए हैं. इन बदमाशों ने जयपुर के दो व्यापारियों को धमकी देकर फिरौती मांगने की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग का एक गुर्गा भटिंडा जेल से गैंग को संचालित कर रहा था.
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा ने बताया कि संजय सर्किल थाना पुलिस ने चार बदमाशों योगेश सैनी, मोहम्मद अकील मंसूरी, हरेंद्र विश्नोई, और दीपक सेन को गिरफ्तार किया है. इनसे पिस्तौल, देशी कट्टा, मैगजीन और पांच कारतूस बरामद किए गए हैं. बदमाशों के रोहित गोदारा और अनमोल बिश्नोई से सीधे संपर्क में होने की पुष्टि हुई है. ये अवैध हथियारों की सप्लाई में लिप्त थे और हथियारों के साथ रील बनाकर सोशल मीडिया पर डालते थे. सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को लॉरेंस गैंग में शामिल करने के लिए ब्रेनवॉश किया जाता था. पुलिस के अनुसार अगर ये बदमाश पकड़े नहीं जाते तो व्यापारी की हत्या को अंजाम दिया जा सकता था.
हत्या के इरादे से आए थे बदमाश : राशि डोगरा ने बताया कि अवैध हथियार रखने और व्यापारियों को धमकी देकर फिरौती मांगने की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए एडिशनल डीसीपी नॉर्थ बजरंग सिंह शेखावत और एसीपी कोतवाली अनूप सिंह के निर्देशन में संजय सर्किल थाना अधिकारी हरिओम सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया. इस टीम ने तकनीकी और अन्य माध्यमों से सूचनाएं एकत्रित कर बदमाशों को पकड़ने में सफलता हासिल की. बदमाशों से पूछताछ में सामने आया कि ये हत्या करने के उद्देश्य से हथियार लेकर आए थे. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के निर्देश पर हत्या करने के बाद मोटी रकम मिलने की योजना थी. इनका संपर्क इंस्टाग्राम के माध्यम से गैंग के सदस्यों से हुआ. दीपक सेन के जरिए ये पंजाब की जेल में बंद कैदी और रोहित गोदारा से लगातार सोशल मीडिया पर बातचीत करते थे.
राशि डोगरा ने बताया कि गैंग सोशल मीडिया और व्हाट्सएप के माध्यम से व्यापारियों को धमकी देकर फिरौती मांगता था. रुपये नहीं देने पर डराने के लिए फायरिंग कराई जाती थी. जयपुर के व्यापारियों को धमकी देने और ब्रह्मपुरी थाने में दर्ज एक मामले का भी खुलासा हुआ है. गैंग के सदस्य हथियार अन्य साथियों के पास रखते थे और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें बाहर निकालते थे.