दांतारामगढ़ (सीकर). जिले के दांतारामगढ़ और खाटूश्यामजी में कृषि कानून के विरोध में किसान मोर्चा के आह्वान पर चक्का जाम किया गया. दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक इलाके में चक्का जाम किया गया, जिससे आवागमन में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
दांतारामगढ़ थाना क्षेत्र के थाने के सामने, न्यायालय परिसर के सामने, दांता बाईपास, रुलाना बस स्टैंड सहित कई जगहों पर सड़क के बीचों-बीच ट्रैक्टर, कार और बाइक खड़ी कर रोड को जाम कर दिया गया. वहीं, खाटूश्यामजी थाना क्षेत्र में कांग्रेस सेवा दल के पूर्व जिला अध्यक्ष श्यामसुंदर पूनिया के नेतृत्व में श्री श्याम तोरण गेट पर चक्का जाम लगाया गया.
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अलौदा तिराहे पर माकपा के भागचंद लामिया के नेतृत्व में चक्का जाम किया गया. सूचना पर थाना प्रभारी पूजा पूनिया मौके पर पहुंची और जाम में लगाए गए पुलिस के बैरिकेटिंग को हटाकर कार्यकर्ताओं से समझाइश का प्रयास किया.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि काले कानून के विरोध में किसान धरना प्रदर्शन और आंदोलन कर रहे हैं. किसानों के समर्थन में शनिवार को भारत में किसानों की तरफ से चक्का जाम किया गया. इसी कड़ी में खाटूश्यामजी में भी चक्का जाम किया गया. चक्का जाम कर केंद्र सरकार की तीनों काले कानूनों का विरोध किया गया.
भाजपा सरकार किसान विरोधी सरकार है: साफिया जुबेर
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर 3 घंटे के लिए रामगढ़ के सैकड़ों किसानों ने चक्का जाम किया. किसानों ने चक्का जाम कर केंद्रीय कृषि कानून का विरोध जताया. साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
इस दौरान विधायक साफिया जुबेर ने कहा कि भाजपा और उसके पदाधिकारी हमेशा लंबी-लंबी बातें फेंकते हैं, जबकि यह किसान विरोधी सरकार है. कांग्रेस पार्टी हमेशा से किसानों की समर्थित सरकार रही है और आज भी किसानों का समर्थन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को काले कानून वापस लेने चाहिए.