ETV Bharat / state

खाटू मेला: 14 किलोमीटर के दायरे में 200 भंडारे, हर दिन 2 करोड़ रुपए खर्च कर रहे सेवादार

author img

By

Published : Mar 6, 2020, 6:16 AM IST

सीकर के खाटूश्यामजी में बाबा श्याम का वार्षिक लक्खी मेला परवान पर है. खाटू और आसपास का पूरा इलाका श्याम के रंग में रंगा हुआ है. मेले में जगह-जगह सेवादार बाबा श्याम के भक्तों की सेवा में जुटे हुए हैं.

rajasthan news, sikar news, राजस्थान न्यूज, सीकर न्यूज
खाटूश्यामजी में बाबा श्याम का वार्षिक लक्खी मेला

सीकर. जिले के खाटूश्यामजी में बाबा श्याम का वार्षिक लक्खी मेला परवान पर है. खाटू और आसपास का पूरा इलाका श्याम के रंग में रंगा हुआ है. इस मेले में सेवादारों की भी अपनी भूमिका है. जगह-जगह सेवादार बाबा श्याम के भक्तों की सेवा में जुटे हुए हैं.

खाटूश्यामजी में बाबा श्याम का वार्षिक लक्खी मेला

बता दें कि मेले के दौरान भंडारा लगाने वाले सेवादार भी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. इन भंडारों में हर दिन करोड़ो रुपए खर्च हो रहे हैं और ये पूरा पैसा लोग ही खर्च कर रहे हैं. रींगस से लेकर खाटूश्यामजी तक और चारों तरफ के इलाके में करीब 200 भंडारी लगे हैं. इनमें से हर भंडारे में हर दिन एक लाख से ज्यादा रुपए खर्च हो रहे हैं.

पढ़ें: दिल्ली: कोरोना के कारण 6 से 31 मार्च तक बंद रहेंगे पांचवी तक के सभी स्कूल

वहीं, कोलकाता, मुंबई, बेंगलुरु और सूरत से आए सेवादार इन भंडारों में लगातार भक्तों की सेवा में जुटे हैं. यहां पर भक्तों के साथ-साथ भंडारा से चलाने वाले सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों की भी पूरी सेवा कर रहे हैं. हर वक्त उनके लिए खाना और नाश्ता पहुंचा रहे हैं. मेला 24 घंटे चलने के कारण इन भंडारों में भी शिफ्ट के हिसाब से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है. वहीं, इस बार प्रशासन की तरफ से की गई पास व्यवस्था की वजह से भंडारा संचालक भी परेशान हो रहे हैं.

सीकर. जिले के खाटूश्यामजी में बाबा श्याम का वार्षिक लक्खी मेला परवान पर है. खाटू और आसपास का पूरा इलाका श्याम के रंग में रंगा हुआ है. इस मेले में सेवादारों की भी अपनी भूमिका है. जगह-जगह सेवादार बाबा श्याम के भक्तों की सेवा में जुटे हुए हैं.

खाटूश्यामजी में बाबा श्याम का वार्षिक लक्खी मेला

बता दें कि मेले के दौरान भंडारा लगाने वाले सेवादार भी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं. इन भंडारों में हर दिन करोड़ो रुपए खर्च हो रहे हैं और ये पूरा पैसा लोग ही खर्च कर रहे हैं. रींगस से लेकर खाटूश्यामजी तक और चारों तरफ के इलाके में करीब 200 भंडारी लगे हैं. इनमें से हर भंडारे में हर दिन एक लाख से ज्यादा रुपए खर्च हो रहे हैं.

पढ़ें: दिल्ली: कोरोना के कारण 6 से 31 मार्च तक बंद रहेंगे पांचवी तक के सभी स्कूल

वहीं, कोलकाता, मुंबई, बेंगलुरु और सूरत से आए सेवादार इन भंडारों में लगातार भक्तों की सेवा में जुटे हैं. यहां पर भक्तों के साथ-साथ भंडारा से चलाने वाले सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों की भी पूरी सेवा कर रहे हैं. हर वक्त उनके लिए खाना और नाश्ता पहुंचा रहे हैं. मेला 24 घंटे चलने के कारण इन भंडारों में भी शिफ्ट के हिसाब से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जा रही है. वहीं, इस बार प्रशासन की तरफ से की गई पास व्यवस्था की वजह से भंडारा संचालक भी परेशान हो रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.