सवाई माधौपुर. मुख्यालय की तहसील क्षेत्र तलावड़ा में शुक्रवार देर शाम बारिश के साथ ओलावृष्टि से किसानों की रबी सीजन की गेहूं, सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है. साथ ही टमाटर एवं तरबूज की फसल भी पूरी तरह नष्ट हो गई है. फसलों में हुए नुकसान के कारण किसानों के चेहरे मुरझाए नजर आए. अचानक शुक्रवार देर शाम को आंधी के साथ तेज बारिश हुई थी. अचानक मौसम के बदलने से किसानों को संभलने का मौका भी नहीं मिला. देखते ही देखते बारिश ओलावृष्टि के कारण कई फसलें चौपट हो गईं.
पूर्व विधायक मानसिंह ने किसानों को ढांढस बंधायाः इस दौरान शनिवार को पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने तहसील तलावड़ा क्षेत्र के विभिन्न गांवों में पहुंचकर आपदा पीड़ित किसानों से मिले. खेतों में जा जाकर आपदा प्रभावित फसल को देखी. उन्होंने अमरगढ़ चौकी, मच्छीपुरा, कुनकटा कलां, बाढ़ भावता, किशन की झोपड़ी, कड़ी गांवड़ी, नंदपुरा, मीनापाड़ा, बुचौलाई, ढाय सहित अनेक गांवों में पहुंचकर फसलों के नुकसान को लेकर रोते हुए किसानों के आंसू पोछे. पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने मौके पर जिला कलेक्टर, उप जिला कलेक्टर सहित उच्चाधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता कर मौके पर टीम भेजकर मौका मुआयना कर मुआवजा दिलाने की मांग की. साथ ही उन्होंने रकवे के हिसाब से गेहूं की फसल की गिरदावरी और टमाटर एवं तरबूज की फसल की अलग से गिरदावरी करने की बात कही.
ये भी पढ़ेंः बीकानेर में बारिश : मंडी में पानी में तैरने लगी मूंगफलियां...मंडी में अव्यवस्थाओं पर पूनिया ने किया ट्वीट
सीएम गहलोत से की मुआवजे की मांगः इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि जल्द ही स्पेशल टीम भेजकर क्षेत्र में पीड़ित किसानों की फसल का जायजा लिया जाएगा. पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर ने कहा कि क्षेत्र में कई इलाकों में अतिवृष्टि के कारण फसलें बर्बाद हो गई हैं. पककर तैयार फसल बर्बाद होने से अन्नदाता को गहरा आघात लगा है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग करता हूं कि अन्नदाताओं की सुध लेकर फसल खराब की एवज में उचित मुआवजा देकर उन्हें राहत दें, ये सरकार का नैतिक दायित्व है. इस दौरान पूर्व विधायक मानसिंह गुर्जर, सरपंच विश्राम भोपा, सरपंच लाला अमरगढ़,नत्थू पटेल, मनोज कुनकटा,अखेराम भोपा,बद्री पटेल, मांगीलाल गुर्जर, जगदीश,गोर्वधन सिंह ठाकुर, मुरारीलाल सेठ,चंदन मच्छीपुरा,पप्पू गांवड़ी, सीताराम गांवड़ी, जगराम गांवड़ी, मुकेश सैनी,राजू लाल सैनी, झम्मन अमरगढ़ चौंकी, धनसिंह सैनी सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे.