सवाई माधोपुर. रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले पर्यटक बाघों सहित अन्य वन्यजीवों की अठखेलियां अब अगले तीन महीनों के लिए नहीं देख पाएंगे. रविवार शाम से रणथम्भौर नेशनल पार्क को आगामी तीन महिनों के लिये बन्द कर दिया गया. इस दौरान पार्क क्षेत्र के मुख्य जोन एक से पांच पर पर्यटक भ्रमण पुर्णतया बन्द रहेगा और आगामी एक अक्टूबर को ही नये पर्यटक सत्र के साथ पार्क को पर्यटकों के लिये खोला जाएगा.
हालांकी इस दौरान पार्क क्षेत्र के बाहरी 6 से 10 जोन में पर्यटन जारी रहेगा. इस दौरान पार्क क्षेत्र में धारा 144 लागु रहेगी. पर्यटन सत्र के आखरी दिन पार्क भ्रमण के लिये पर्यटकों की खासी भीड नजर आई. गौरतलब है कि हर साल की भांति इस इस बार भी रणथम्भौर नेशनल पार्क एक जुलाई से पर्यटक भ्रमण के लिये बन्द कर दिया गया और आगामी एक अक्टूबर को नये पर्यटन सत्र के साथ ही पर्यटकों के लिये खोला जाएगा.
वन विभाग के अधिकारीयों का कहना है की पार्क बंद करने के पीछे दो कारण प्रमुख माने गये है. उनके अनुसार यह समय जानवरों के प्रजनन का समय होता है, जिसके चलते पार्क बंद कर दिया जाता है, ताकी मानवीय गतविधियों से जानवरो को परेशानी नहीं उठानी पडे. दूसरा मानसून आने के साथ ही पार्क क्षेत्र के सारे रास्ते खराब हो जाते है. पार्क का अधिकतर हिस्सा पहाडी क्षेत्र में आता है और पहाडों से तेज पानी आने के कारण पार्क के सारे रास्ते खराब हो जाते है. इस दौरान पार्क में पर्यटन गाड़ियों का चलना मुश्किल हो जाता है. जिसको देखते हुए पार्क क्षेत्र का मुख्यभाग बंद कर दिया जाता है.
पार्क बंद होने के साथ ही पार्क में अवैध कटाई और चराई होने लगती है. ऐसे में पार्क की सुरक्षा को लेकर पार्क में धारा 144 लागु करने के साथ ही सुरक्षा की दृष्टी से बडी संख्या में वनकर्मियों को तैनात किया जाता है, ताकी इन तीन महिनों में पार्क की सुरक्षा में कोई कसर ना रहे. विभागीय अधिकारियों के अनुसार पार्क बन्द रहनें के दौरान पार्क की सुरक्षा को लेकर विशेष इन्तजाम किये गये है. जिसके तहत पार्क क्षेत्र में विशेष गस्ती दल भी गस्त पर रहेगा. वहीं बडी संख्या में होमगार्ड व वनकर्मी तैनात रहेगें.
बाघिन T-102 को मिल रहा T-95 का साथ, चीफ जस्टीस ने किया कैमरे में कैद
पार्क में बाघिन टी -102 को इन दिनों बाघ टी-95 का साथ खासा रास आ रहा है. दोनों बाघ-बाघिन पिछले 4 दिनों से रणथंभौर नेशनल पार्क के जोन नंबर 5 में एक साथ विचरण करते देखे जा रहे हैं. पिछले 4 दिनों में दोनों में कई बार भूत खोरी क्षेत्र में चट्टे के आसपास मैटिंग भी हुई है. पूर्व में बाघ टी-95 को रणथंभौर में बाघिन लाइटनिंग के साथ देखा जाता था, लेकिन वन विभाग ने अप्रैल में लाइटनिंग को मुकदरा शिफ्ट कर दिया था. बाघिन टी-102 अब तक एक बार भी मां नहीं बनी है. पूर्व में वन विभाग ने मुकुंदरा भेजने के लिए टी-102 को भी चिन्हित किया था लेकिन बाद में लाइटनिंग को मुकुन्दरा भेजा गया. वहीं विशेषज्ञों की मानें तो रणथंभौर में बारिश के दौरान जल्दी ही टी 102 से खुशखबरी मिल सकती है. शनिवार को राजस्थान हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस रवीन्द्र भट्ट ने टी-102 और टी-95 की अठखेलियं देखी, जिसे देखकर वे काफी रोमांचित हो गये थे.