सवाई माधोपुर. जिले के वजीरपुर राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की घोर लापरवाही सामने आई है. चिकित्सकों की लापरवाही के चलते नवजात की मौत हो गई. जिसे लेकर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. दरअसल वजीरपुर निवासी हनीफ खान प्रसव पीड़ा के चलते अपने छोटे भाई की पत्नी मुमताज़ को लेकर अस्पताल पहुंचा. लेकिन अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों और अन्य कार्मिकों ने प्रसूता को अस्पताल में भर्ती नही किया. परिजनों ने चिकित्सकों से खूब गुहार लगाई गई, मगर किसी भी चिकित्सक ने प्रसूता मुमताज को ना तो अस्पताल में भर्ती किया और ना ही किसी चिकित्सक ने जाकर उसे देखा.
प्रसूता करीब एक घण्टे तक अस्पताल के बाहर अस्पताल परिसर में प्रसव पीड़ा से तड़पती रही. लेकिन किसी भी चिकित्साकर्मी का दिल नही पसीजा. नतीजा यह निकला कि आखिरकार प्रसवपीड़ा से तड़पती प्रसूता ने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दे दिया और डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत हो गई. जिसे लेकर प्रसूता के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और दोषी चिकित्सको और नर्सिंग स्टाफ के खिलाफ कार्यवाही की मांग की. चिकित्सकों की लापरवाही के कारण एक प्रसूता ने अपने नवजात बच्चे को खो दिया.
प्रसूता ने लड़के को जन्म दिया था. जिसकी डिलीवरी के दौरान ही मौत हो गई. हंगामे के बाद प्रसूता को अस्पताल में भर्ती किया गया. मगर चिकित्सकों की अनदेखी और लापरवाही ने एक नवजात की जान ले ली. अगर प्रसूता को समय रहते उपचार मिल जाता तो शायद उसका नवजात जिंदा होता. घटना को लेकर परिजनों और ग्रामीणों में चिकित्सकों के प्रति खासा आक्रोश है परिजनों ने दोषी चिकित्सकों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है.