सवाई माधोपुर. वजीरपुर थाना क्षेत्र के खंडिप रेलवे स्टेशन के नजदीक ट्रेन से गिरकर हुई संदिग्ध मौत के मामले को मृतक हरीश बैरवा के परिजनों ने हत्या बताया है. पुलिस की सूचना पर मृतक के परिजन अस्पताल पहुंचे जहां उन्होंने जमकर हंगामा किया और शव लेने से मना कर दिया.
पुलिस के अनुसार 12 नवंबर 2021 को गंगापुर सिटी के सदर थाने में एक युवती की गुमशुदगी का मामला दर्ज हुआ था. मामले की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि गुमशुदा युवती मिर्जापुर निवासी प्रियंका मीणा अपने प्रेमी हरीश बैरवा के साथ कुडग़ांव में है और दोनों ने कोर्ट मैरिज भी कर ली है. इस पर सदर थाना पुलिस के दो पुलिसकर्मी कुडगांव पहुंचे और युवती सहित उसके प्रेमी हरीश बैरवा, युवती के मामा चेतन मीणा, उनके अन्य दो साथियों को गिरफ्तार कर ट्रेन से गंगापुर सिटी ला रहे थे.
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इसी दौरान युवती के प्रेमी हरीश बैरवा की खंडिप रेलवे स्टेशन के नजदीक ट्रेन से गिरने से मौत हो गई. मृतक के परिजनों का आरोप है कि हरीश ने अंतरजातीय विवाह किया था, जिसके चलते लड़की के परिजनों ने पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर हरीश को चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया. परिजनों का कहना है कि हरीश पुलिस कस्टडी (Sawai Madhopur Youth Dies In Police Custody) में था. ऐसे में ट्रेन से कैसे गिर सकता है. हरीश की संदिग्ध मौत को लेकर परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. पुलिस के आधाधिकारी ने परिजनों से समझाने का भी प्रयास किया, लेकिन परिजन नहीं माने.
मृतक युवक के परिजनों की मांग है कि दोषी पुलिसकर्मियों के साथ ही युवती के परिजनों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने और 30 लाख का मुआवजा देने सहित मामले की न्यायिक जांच कराई जाए. घंटों तक चली समझाई के बाद पुलिस ने सदर थाने के आरोपी पुलिस कर्मियों, युवती के मामा सहित अन्य परिजनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया.
मामले की जांच न्यायिक अधिकारी से करवाने और उचित मुवावजा दिलवाने के आश्वासन के बाद मृतक के परिजन शव का पोस्टमार्टम करवाने को तैयार हुए. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया. उसके बाद ही मामला शांत हो पाया.