सवाईमाधोपुर. कोरोना से जूझने के बाद अब परिदों की मौतों से दहशत बढ़ती जा रही है. इस संक्रमण के कारण राजस्थान के झालावाड़, जयपुर आदि में बड़ी तादाद में कौओं की मौत हुई है.
इससे हरकत में आए रणथम्भोर के मुख्य वन संरक्षक टीसी वर्मा के निर्देश पर रणथम्भोर के पशु चिकित्सक डॉ. चन्द्रप्रकाश मीणा के नेतृत्व में एक टीम ने राष्ट्रीय घड़ियाल अभयारण्य में बर्ड फ्लू की हेल्थ मॉनिटरिंग (Health Monitoring in National Alligator century in the wake of Bird flu) की.
राष्ट्रीय घड़ियाल अभ्यारण्य, पाली घाट में बर्ड फ्लू की मॉनिटरिंग के बाद रणथम्भौर के पशु चिकित्सक मीणा ने अभयारण्य के स्टाफ को बर्ड फ्लू के लक्षण और जुनोटिक असर के बारे में बताया. उन्होंने बताया कि यह बीमारी पक्षियों से मनुष्य में भी आ सकती है.
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पाली घाट में बर्ड फ्लू की मॉनिटरिंग के दौरान दौरान पशु पालन विभाग खंडार के नोडल अधिकारी डॉ. बाला राम, वनपाल रामकिशन, बाल किशन सैनी सहित घड़ियाल अभ्यारण्य का स्टाफ उपस्थित था.