सवाईमाधोपुर. रणथंभौर नेशनल पार्क की खण्डार रेंज में बाघिन टी-94 ने दो शावकों (Tigress T 94 gave birth to two cubs) को जन्म दिया है. बाघिन और दोनों शावकों की अलग-अलग तस्वीरें कैमरों में कैद हुई हैं. वनाधिकारियों ने बाघिन के दो शावकों को जन्म देने की पुष्टि की है. वन विभाग ने बाघिन और शावकों की सुरक्षा को देखते हुए इलाके की मॉनिटरिंग बढ़ा दी है. रणथंभौर में बाघों का कुनबा बढ़ने से वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है. ऐसे में अब रणथंभौर में बाघों की संख्या बढ़कर 78 हो गई है.
सवाईमाधोपुर स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क में लगातार बाघों की संख्या में वृद्धि हो रही है. रणथंभौर की खण्डार रेंज में बाघिन टी-94 और उसके दो शावक दिखाई दिए हैं. बाघिन और शावकों की अलग-अलग तस्वीरें वन विभाग के फोटो ट्रैप कैमरे में कैद हुई है. वन विभाग की टीम फिलहाल बाघिन और उसके शावकों की मॉनिटरिंग कर रही है. बाघिन की उम्र छह साल है और वह दूसरी बार शावकों को जन्म दिया है.
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रणथंभौर के उपवन संरक्षक महेंद्र शर्मा के अनुसार 31 मार्च 2020 में बाघिन टी 94 पहली बार मां बनी थी. खटोला वन क्षेत्र के इंडाला गांव के पास उसने दो नर शावकों को जन्म दिया था. बाघिन व उसके शावकों की फोटो ट्रैप कैमरे में कैद हुई थी. मां से अलग होने पर वन विभाग ने बाघिन के दोनों शावकों को पहचान दी थी और इन्हें टी-130 और टी-131 नाम दिया गया. अब बाघिन एक बार फिर मां बनी है तथा दो नए शावकों के साथ दिखाई दी है. अब रणथम्भौर में 26 नर बाघ, 31 बाघिन और 21 शावक हो गए हैं. ऐसे में रणथंभौर में बाघों की संख्या बढ़कर 78 हो गई है.