सवाई माधोपुर. वन विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को एक आदेश जारी कर रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले पर्यटकों के निजी वाहनों पर 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक रोक लगा दी है.
उप वन संरक्षक एवं उप क्षेत्र निदेशक मोहित गुप्ता का कहना है कि नववर्ष पर रणथंभौर में भारी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं. जिसके कारण जंगल सफारी जाने वाले और गणेश मंदिर को जाने वाले दर्शनार्थियों के वाहनों से आवागमन में समस्या रहती है. डीएफओ ने कहा कि निजी चौपहिया वाहनों से बाघ एवं अन्य वन्यजीव से दुर्घटना, जनहानि, भीड़भाड़ और जाम लगने की समस्या बनी रहती है. जिसको लेकर वन विभाग के अधिकारियों ने गणेश मंदिर जाने वाले दर्शनार्थियों की सुविधा को देखते हुए 30 दिसंबर से 1 जनवरी तक गणेश धाम के अंदर जाने वाले निजी वाहनों पर रोक लगा दी है. अगले दो दिन गणेश मंदिर के दर्शन करने वाले लोगों के निजी वाहन गणेश धाम तक ही जा सकेंगे.
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डीएफओ मोहित गुप्ता ने बताया कि गणेश मंदिर जाने वाले दर्शनार्थियों के लिए वन विभाग की ओर से अलग से केंटरों की व्यवस्था की जाएगी. वहीं गणेश मंदिर जाने वाली सवारी गाड़ियां यथावत जारी रहेंगी. डीएफओ मोहित गुप्ता ने कहा कि नववर्ष को मनाने के लिए रणथंभौर में देश-विदेश से सैकड़ों की संख्या में पर्यटक यहां आते हैं. गणेश मंदिर दर्शन के साथ नेशनल पार्क का भ्रमण करते हैं. इन्हीं को लेकर गणेश मंदिर जाने वाले दर्शनार्थियों की सुविधाओं को मध्येनजर रखते हुए वन विभाग के अधिकारियों ने यह आदेश जारी किए हैं, जो 1 जनवरी तक लागू रहेंगे.
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लेकिन देखा जाए तो जंगल सफारी के साथ यहां आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों की गणेश मंदिर से आस्था जुड़ी हुई है, जिसको लेकर कई लोग गणेश जी के दर्शन करने यहां पहुंचते हैं. लेकिन वन विभाग द्वारा इस तरह के आदेश जारी करने के बाद मंदिर जाने वाले दर्शनार्थियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बाहर से आने वाले दर्शनार्थी अपने वाहनों को छोड़कर गणेश मंदिर जाने के लिए दूसरे वाहनों में बैठने के लिए मजबूर हो जाते हैं.