राजसमंद. जिले में इस बार औसतन बारिश में कमी होने के कारण भू-जल स्तर में काफी गिरावट दर्ज की गई है. नतीजतन, जल संकट की संभावनाएं बढ़ चुकी है. जिले की कईं गांव ढाणियां, शहर व कस्बेजल संकट से जूझ रहे हैं.
पीएचईडी ने जिले के 1042 गांव ढाणियों में से 234 गांव और 194 ढाणियों को अभावग्रस्त घोषित कर दिया है. इन सभी अभावग्रस्त ढाणियों में टैंकरों से पानी की सप्लाई की आवश्यकता बताई जा रही है.
गौरतलब है कि जिले में इस साल बारिश 518 ही हुई. जबकि औसतन बारिश 646 एमएम रहती है. जिसके कारण मार्च महीने में ही जलाशय सूख रहे हैं. आपको बता दें कि जिला मुख्यालय पर ऐतिहासिक राजसमंद झील और नाथद्वारा में बागेरी का नाका कथा नंदसमंद बांध परियोजनाएं बड़े जल स्रोतों की श्रेणी में आती है.
इसके बावजूद भी जिले की सैकड़ों गांवों में इस साल गर्मी में जल संकट के हालात बने हुए है, जिसको लेकर प्रशासन ने जल संकट को व्यवस्थित करने के लिए टैंकर की व्यवस्था भी की हैं.