राजसमंद. वैश्विक महामारी कोरोना के चलते प्रदेश भर में इन दिनों लॉकडाउन जारी है. इस बीच राज्य सरकार ने अति आवश्यक वस्तुओं को लेकर कुछ राहत दी है. इसी क्रम में किराना की दुकान, डेरी की सेवा, मेडिकल की दुकानें सहित कई अन्य प्रतिष्ठानों को खोलने के लिए राज्य सरकार ने निर्देश दिए हुए हैं. इस बीच राजसमंद में भी किराना प्रतिष्ठान सुबह 6 से 11 बजे तक गाइडलाइन का पालन करते हुए खुल रहे हैं.
व्यापारियों के बार-बार आग्रह करने के बावजूद दुकान पर पहुंचे ग्राहक अब ना केवल पुलिस प्रशासन बल्कि व्यापारियों के लिए भी मुसीबत का सबब बन रहे हैं. जहां एक तरफ किराना व्यापारी अपनी दुकानों पर पहुंचने वाले ग्राहकों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ-साथ अनिवार्य रूप से मास्क लगाने का बार-बार आग्रह कर रहे हैं वहीं पुलिस प्रशासन भी कम से कम भीड़ हो इसको लेकर कई जतन में लगे हुए हैं, लेकिन इस बीच अब एक नया बखेड़ा खड़ा हो चुका है.
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दरअसल प्रदेश भर में 10 मई से लॉकडाउन लगने के बाद राजसमंद के किराना व्यापारी भी लॉकडाउन की गाइडलाइन का पूरी तरीके से पालन करते हुए दिख रहे हैं. इस बीच प्रशासन भी आम लोगों के बीच पहुंचकर लॉकडाउन की पालना करने को लेकर सतत प्रयासरत है. लेकिन सोमवार को राजसमंद के जिला मुख्यालय स्थित कांकरोली में श्री खाद्यान्न व्यापार मंडल ने प्रशासन पर ज्यादती करने का आरोप लगाते हुए ऐलान किया है कि लगातार प्रशासन की तरफ से हो रही परेशानी के चलते मंगलवार से कांकरोली में किराना प्रतिष्ठान अनिश्चितकालीन के लिए बंद किए जाएंगे.
श्री खाद्यान्न व्यापार मंडल अध्यक्ष राकेश पुरबिया ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से कोविड-19 की वजह से जारी गाइडलाइन में किराणा एवं खाद्यान्न को सुबह 6 से 11 बजे तक खोलने का समय निर्धारित किया गया है, जो कि समय बहुत सीमित है, इस दौरान खाद्यान्न की दुकानों पर ग्रामीण क्षेत्रों से लोग करीब 10 बजे सामग्री लेने आते है, जिससे बाजार में ज्यादा भीड़भाड़ हो जाती है. इस दौरान प्रशासन व्यापारियों का सहयोग करने की बजाए आए दिन दुकानों को सीज करना, व्यापारियों के चालान बनाना एवं व्यापारियों के साथ मारपीट करने पर उतारू हो गई है. व्यापारियों को व्यवस्था देना तथा भीड़ कंट्रोल करना प्रशासन का कार्य है. व्यापारी भी अपनी जान जोखिम में डालकर व्यापार करता है, व्यापारी का मकसद सिर्फ रुपये कमाना नहीं है अनिवार्य आवश्यकता की वस्तुओं की पूर्ति करना भी है.
कांकरोली व्यापार मंडल के अध्यक्ष राकेश ने बताया कि व्यापारी हर समय प्रशासन का सहयोग करता आ रहा है. लेकिन अभी जो रवैया प्रशासन की ओर से अपनाया जा रहा है, उससे व्यापारियों में नाराजगी व्याप्त है और आगे जब तक प्रशासन अपनी गलती नहीं स्वीकार करले तब तक बाजार बंद करने का निर्णय लिया गया है.
आपको बता दें कि इससे पहले भी कई बार कई व्यापारियों के साथ पुलिस के द्वारा हुई मारपीट को लेकर व्यापार मंडल जिला प्रशासन से बातचीत कर चुका है लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. अब आए दिन ऐसी हो रही घटनाओं को लेकर व्यापार मंडल ने यह निर्णय लिया है.