देवगढ़ (राजसमंद). जिले की देवगढ़ के करियर महिला मंडल द्वारा भक्ति, शक्ति और शौर्य की पवित्र पावन भूमि पर एक अनूठा कार्य किया जा रहा है. मेरथन ऑफ दिवेर और पन्नाधाय की कमेरी में पर्यावरण संरक्षण के लिए गुलेल के माध्यम से क्षेत्र के दुर्गम अरावली पर्वतमाला के स्थानों पर जाकर सीड्स बॉल के माध्यम से बीजरोपण का कार्य किया जा रहा है.
करियर महिला मंडल की प्रभारी भावना पालीवाल ने बताया कि पर्यावरण क्रांति के तहत दूसरे चरण के अभियान में बुधवार को क्षेत्र के ऐतिहासिक धरोहर मेराथन ऑफ मेवाड़ दिवेर, पन्नाधाय स्थल कमेरी, सिम माता पहाड़ी पर टीम के सदस्य पहुंचे. जहां टीम के सदस्यों द्वारा सीड्स बॉल (मिट्टी और गोबर से बनाकर उसमें बीज डालकर) गुलेल के माध्यम से बीजारोपण किया गया.
महिलाओं को इस प्रकार से गुलेल के माध्यम से बीजारोपण करते देख कई आमजन, ग्रामवासी और पर्यटक, जो इस कार्य को देख रहे थे वे भी टीम के साथ जुड़ गए. मंडल की महिलाओं ने सुबह के समय पन्नाधाय स्थल कमेरी, 3 किमी से अधिक पैदल चलकर सिम माता की पहाड़ी पर पहुंचकर गुलेल के माध्यम से 4 हजार से अधिक बीजों का बीजारोपण किया, जो सूर्यास्त तक चला.
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उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी मंडल की सदस्यों ने अरावली पर्वतमाला की शिखर पर स्थित सिम माता मंदिर के आसपास भी इसी तरह से बीजारोपण किया जा चुका है. मंडल की ओर से हर कार्य कुछ अलग ही अंदाज से किया जाता है, जिसकी प्रशंसा क्षेत्र वासी हर बार करते हैं. पिछले दो महीनों से इस कार्य की जोरों से तैयारी की जा रही है.
मंडल के सदस्यों की ओर से पहले गोबर और मिट्टी में विभिन्न प्रकार के पीपल, बड़, नीम, शीशम, जामुन, गुलमोर आदि के बीज को रखकर बॉल बनाया जाता है. जिसे गुलेल के माध्यम से पहाड़ियों में फेका जाता है. यह अनूठी पहल डॉक्टर, पार्षद, गृहणियां, शिक्षक समाज की ओर से की जा रही है.