राजसमंद. पूर्व मंत्री और राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बाहर से आने वाले प्रवासियों व्यक्तियों को सुविधाओं से वंचित रखा जा रहा है. जिले में पृथक केंद्रों पर सोने, शौच और पेयजल जैसी प्राथमिक सुविधाएं भी नहीं है. साथ ही पृथक वासियों को खाने-पीने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है. सोने के लिए बिस्तर भी नहीं है. वहीं माहेश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार आपदा प्रबंधक में प्रत्येक पृथक वापी व्यक्ति के लिए 2,440 रुपए का बजट दे रही है, किंतु प्रशासन प्राथमिक सुविधाएं भी नहीं दे पा रहा है.
माहेश्वरी ने मुख्यमंत्री गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री प्रतिदिन केंद्र सरकार को कोसने में व्यस्त हैं. धरातल पर जनता हो रही पीड़ा कि उन्हें कोई चिंता नहीं है. प्रदेश में 80% से अधिक प्रवासी स्वयं अपने साधनों से आए हैं. वहीं माहेश्वरी ने कहा कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों में बड़ी संख्या में राजस्थानी मजदूरी करते हैं. भारत सरकार ने मजदूरों की घर वापसी की अनुमति दे दी है. एवं राज्य सरकारों को इसके लिए व्यवस्था करनी है.
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साथ ही माहेश्वरी ने बताया कि इन राज्यों में बड़ी संख्या में उनके पास फोन आ रहे हैं. प्रवासी वहां से अपने घर आना चाहते हैं. किंतु इसकी कोई व्यवस्था नहीं हो रही है. उन्होंने इस संदर्भ में मुख्यमंत्री के सचिव से मोबाइल पर बात की और इनकी समस्याओं का समाधान करने और शीघ्र घर वापसी की व्यवस्था करने के लिए आग्रह किया है.