राजसमंद. प्रदेश भर में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप दिनों दिन बढ़ता जा रहा है. इस बीच अस्पतालों में भी व्यवस्थाएं भी चरमराई हुई हैं. इस बीच आज राजसमंद जिला कलेक्टर अरविन्द कुमार अचानक आरके अस्पताल पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही डॉक्टरों के साथ मिलकर ऑक्सीजन सिलेंडरों की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की.
इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि जिले के मुख्य अस्पताल में किसी भी प्रकार की कमी नहीं आने दी जायेगी. साथ ही चिकित्सालय की सभी व्यवस्थाएं पारदर्शी हो व यहां कोरोना रोगियों के लिये चिकित्सा के सम्पूर्ण व समुचित प्रबन्ध किये गये हैं जिन्हे आगे और भी विस्तार देने का प्रयास किया जा रहा है. जिला कलेक्टर पोसवाल ने शुक्रवार को जिले के आरके अस्पताल का कोरोना महामारी के संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए और आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाओं को विस्तार देने के उदेश्य से निरीक्षण कर अधिकारियों के साथ बैठक में यह प्रभावी निर्देश दिए.
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चिकित्सा अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की
बैठक में उन्होंने अस्पताल प्रशासन के साथ मैराथन चर्चा करते हुए निर्देश दिए कि रोगियों की भर्ती के लिए एडमिशन डेस्क बनाया जाए. जिसका प्रभारी डाॅ. सतीश सिंघल को बनाया गया है. इससे कोई भी नर्सिंग कर्मचारी अपने स्तर पर बेड अलॉट नहीं कर पाएंगे और पक्षपात व अव्यवस्था उत्पन्न न हो पायेगी. उन्होंने अस्पताल में 20 आक्सीजन बेड और बढ़ाने के साथ ही भविष्य में उन्हें 150 बेड तक करने और 20 से 25 नर्सिंग कार्मिकों को लगाने व चिकित्सालय में सुरक्षा के लिये अतिरिक्त छः गार्ड लगाने केे निर्देश दिये. इसके आदेश जारी हो गये हैं. जिला कलेक्टर ने इस दौरान कहा कि जब तक रोगी को भर्ती किया जाता है, तब तक के लिये पांच टेम्परेरी आक्सीजन पॉइंट बनाये जाएं जिससे कि रोगी को भर्ती करने पर समस्या नहीं हो.
इसके साथ ही जिला कलेक्टर ने कोविड पाजिटिव प्रसूति महिलाओें के लिये अलग वार्ड बनाये जाने के निर्देश दिए जिससे कि ऐसी महिलाओं को कोई समस्या ना हो. इसके साथ ही उन्होंने आक्सीजन सिलेण्डर की मात्रा ,उपलब्धता और वितरण की जानकारी ली.