राजसमंद. विधानसभा चुनाव में दीप्ति माहेश्वरी को भाजपा प्रत्याशी घोषित करने के बाद बीजेपी से बगावत करने वाले दिनेश बड़ाला, गणेश पालीवाल और महेंद्र कोठारी ने निर्दलीय के रूप में नामांकन भरा है. इससे राजसमंद विधानसभा का चुनाव रोचक हो गया है. अब तक भाजपा की दीप्ति माहेश्वरी व कांग्रेस प्रत्याशी नारायण सिंह भाटी में सीधा मुकाबला था, लेकिन भाजपा से बागी तीन दावेदारों के नामांकन से चुनाव में नया मोड़ आ गया है.
बता दें कि भाजपा में दीप्ति माहेश्वरी को टिकट मिलने के बाद दिनेश बड़ाला, महेंद्र कोठारी, गणेश पालीवाल व हिम्मत कुमावत सहित सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं ने पद से इस्तीफा दे दिया, साथ ही भाजपा के राज्य व राष्ट्रीय नेताओं पर गंभीर आरोप लगाते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया. शनिवार तो श्री द्वारकाधीश मंदिर से बड़ाला, कोठारी, पालीवाल के साथ हिम्मत कुमावत की संयुक्त नामांकन रैली रवाना हुई, जो मंदिर मार्ग, रेती मोहल्ला, सूरजपोल, मुखर्जी चौराहा, जेके मोड़ होते हुए पुराना बस स्टैंड पहुंच कर जनसभा में तब्दील हो गई.
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जनसभा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. सभा में दिनेश बड़ाला, महेंद्र कोठारी, गणेश पालीवाल व हिम्मत कुमावत ने आमजन से आह्वान किया कि 25 नवंबर को मतदान दिवस पर निर्दलीय प्रत्याशी को वोट दें. राजसमंद विधानसभा में दो दशक से भाजपा के विधायक हैं, अब तक मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच सीधा ही रहा, लेकिन इस बार भाजपा से बगावत कर चार दावेदार संयुक्त रूप से मैदान में उतर गए. ऐसे में इस बार की स्थिति भाजपा प्रत्याशी दीप्ति के लिए भी चुनौतीपूर्ण है. भाजपा की जीत आसान नहीं है. वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी नारायण सिंह भाटी भी मुकाबले को जीतने में जुटे हैं.