राजसमंद. जिले के देवगढ़ थाना पुलिस ने दो युवकों को डंपर से कुचलकर मारने के मामले में 4 लोगों को (Police Action in Rajsamand Accident Case) गिरफ्तार किया है. पुलिस ने डंपर मालिक, मुनीम ड्राइवर और खलासी को भी पुलिस ने अपनी दबिश में लिया है. पुलिस ने इस मामले को पहले सड़क हादसा बताया था, लेकिन लोगों के विरोध के बाद पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर मंगलवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया है.
देवगढ़ थाना अधिकारी शैतान सिंह नाथावत ने बताया कि शनिवार रात देवगढ़ निवासी पवन गुर्जर महेंद्र मेवाड़ा सहित पांच दोस्त अपनी कार से कामलीघाट स्थित मेवाड़ भवन से वापस अपने घर देवगढ़ लोट रहे थे. इसी समय कामलीघाट रेलवे मोड़ पर मारवाड़ जंक्शन की ओर से आ रहे बजरी से भरे डंपर चालक वाहन को तेज गति वह लापरवाही पूर्वक चला रहा था. इस संबंध में कार सवार युवाओं से रेत माफियाओं की कहासुनी हो गई. घटना के बाद पांचों युवक अपनी कार में सवार होकर कामलीघाट पंचर की दुकान के पास पहुंचे.
जहां तीन दोस्त टॉयलेट करने के लिए कार से उतरकर एक तरफ चले गए. उसी दौरान बजरी माफिया डंपर चालक ताराचंद, खलासी सहदेव भी डंपर लेकर वहां पर पहुंच गए. बजरी माफिया का मुनीम नरेंद्र सिंह बाइक लेकर वहां पहुंचा. इसी दौरान नरेंद्र सिंह ने श्रवण सिंह से मोबाइल फोन पर बात की और पांचों युवकों की ओर से कहासुनी की घटना बता दी. इस पर सरवन सिंह ने कहा दिया कि परेशान करने वाले युवाओं को (Four arrested for killing youths in rajsamand) डंपर से ठोक दो.
नरेंद्र सिंह ने डंपर चालक ताराचंद को कहा कि अपने डंपर से इनकी कार को टक्कर मार दो. नरेंद्र सिंह के कहने पर ताराचंद ने अल्टो कार को दो तीन बार टक्कर मारी दी. जिससे कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. कार में सवार देवगढ़ निवासी कांग्रेस कार्यकर्ता पवन गुर्जर, दोलपुर निवासी महिंद्रा मेवाड़ा गंभीर रूप से घायल हो गए. बाहर टॉयलेट कर रहे तीन दोस्तों ने भाग कर अपनी जान बचाई.
वारदात के बाद डंपर चालक ताराचंद बजरी को मौके पर खाली कर फरार हो गया. उसी समय सरवन सिंह भी अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी लेकर चौराहे पर आया ताराचंद्र डंपर को घने जंगल में छिपा दिया. इसके बाद सरवन सिंह अपनी गाड़ी में ताराचंद, सहदेव, नरेंद्र सिंह को साथ बिठाकर कामलीघाट ले गया. यहां पर नरेंद्र सिंह को उतारकर वह मारवाड़ जंक्शन की तरफ चला गया. वही घटना में पवन गुर्जर की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. महेंद्र मेवाड़ा की जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी. पुलिस ने हत्या के मामले में श्रवण सिंह, नरेंद्र सिंह, ताराचंद और सहदेव को गिरफ्तार कर लिया है.