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जानकारी और जागरूकता के अभाव में अभिशाप बन जाती है माहवारी: डॉ.सुमिता जैन

राजसमंद में मासिक धर्म पर एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ.सुमिता जैन, मुख्य अतिथि डॉ. सी पी जैन और मण्डल अध्यक्ष निशा चुंडावत ने किया.

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जानकारी और जागरुकता के अभाव में अभिशाप बन जाती है माहवारी: डॉ.सुमिता जैन
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Published : Jul 20, 2020, 2:09 AM IST

देवगढ़ (राजसमन्द). जिले के देवगढ नगर में रविवार को एक दिवसीय मासिक धर्म पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया किया. यह आयोजन डॉ. सुमिता जैन की ओर से युवा कार्यकम व खेल मंत्रालय भारत सरकार के नेहरू युवा केंद्र के कैरियर महिला मण्डल के सानिध्य में किया गया है. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सुमिता जैन, मुख्य अतिथि डॉ. सी पी जैन और मण्डल अध्यक्ष निशा चुंडावत ने किया.

महिला विशेषज्ञ डॉ. जैन ने बताया की बदले परिवेश में लड़कियां बाहर निकल रही हैं, कभी पढ़ने के लिए तो कभी नौकरी के लिए, ऐसे में अगर वो मासिक धर्म को लेकर सकुंचायी रहेंगी तो वक्त के साथ चल कैसे पाएंगी. उन्होंने कहा कि जानकारी और जागरुकता के अभाव में अभिशाप बन जाती है माहवारी. इसलिए इन बातों को लेकर इंसान अपनी चुप्पी तोड़े. डॉक्टर ने कहा कि टीवी, इंटरनेट पर आज हर तरह की सामग्री मौजूद हैं.

जिसने लोगों की सोच मासिक धर्म के बारे में बदली है, लेकिन अभी भी काफी लोग इस बारे में खुलकर बातें नहीं कर रहे हैं. लोगों को समझना होगा कि मासिक धर्म कोई अपराध नहीं है, बल्कि प्रकृति की ओर से दिया गया महिलाओं को एक तोहफा है. कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं और युवतियों को मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन की अवधारणा, संस्थागत व्यवस्थाएं, समुदाय की भागीदारी, व्यवहार में बदलाव और जानकारी शिक्षा और संचार उपकरणों के माध्यम से जागरूकता आदि का प्रशिक्षण दिया गया.

जिले में पिछले कई वर्षों से महिलाओं के लिए स्त्री स्वाभिमान अभियान चलाने वाली वीएलई भावना पालीवाल ने इको-फ्रैंडली पैड्स के लिए धन्यवाद दिया. कहा कि हमेशा उन सेनेटरी पैड्स का इस्तेमाल करें जिन्हें आसानी से डिस्पोज किया जा सके. जैसे बायोडिग्रेडेबल पैड्स, क्योंकि जो पैड्स डिस्पोज नहीं हो पाते वो आपके साथ-साथ वातावरण को भी नुक्सान पहुंचाते हैं.

पढ़ें: जयपुर: शव दफनाने के दौरान भूमि विवाद को लेकर 2 पक्षों में विवाद

वहीं कुछ महिलाएं एक ही पैड को काफी लंबे समय तक इस्तेमाल करती हैं. ये खतरनाक हो सकता है, क्योंकि कुछ पैड्स सिर्फ वन टाइम ही यूज के लिए बनाए जाते हैं. अगर आप उसे ज्यादा टाइम तक इस्तेमाल करती हैं तो बैक्टीरियल इन्फेक्शन होने कि सम्भावना ज्यादा रहती है. इस अवसर पर कमलेश कंवर, माहिनूर शेख, विजय लक्ष्मी धाभाई, पल्लवी सीसोदिया आदि उपस्थित थे.

देवगढ़ (राजसमन्द). जिले के देवगढ नगर में रविवार को एक दिवसीय मासिक धर्म पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया किया. यह आयोजन डॉ. सुमिता जैन की ओर से युवा कार्यकम व खेल मंत्रालय भारत सरकार के नेहरू युवा केंद्र के कैरियर महिला मण्डल के सानिध्य में किया गया है. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सुमिता जैन, मुख्य अतिथि डॉ. सी पी जैन और मण्डल अध्यक्ष निशा चुंडावत ने किया.

महिला विशेषज्ञ डॉ. जैन ने बताया की बदले परिवेश में लड़कियां बाहर निकल रही हैं, कभी पढ़ने के लिए तो कभी नौकरी के लिए, ऐसे में अगर वो मासिक धर्म को लेकर सकुंचायी रहेंगी तो वक्त के साथ चल कैसे पाएंगी. उन्होंने कहा कि जानकारी और जागरुकता के अभाव में अभिशाप बन जाती है माहवारी. इसलिए इन बातों को लेकर इंसान अपनी चुप्पी तोड़े. डॉक्टर ने कहा कि टीवी, इंटरनेट पर आज हर तरह की सामग्री मौजूद हैं.

जिसने लोगों की सोच मासिक धर्म के बारे में बदली है, लेकिन अभी भी काफी लोग इस बारे में खुलकर बातें नहीं कर रहे हैं. लोगों को समझना होगा कि मासिक धर्म कोई अपराध नहीं है, बल्कि प्रकृति की ओर से दिया गया महिलाओं को एक तोहफा है. कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं और युवतियों को मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन की अवधारणा, संस्थागत व्यवस्थाएं, समुदाय की भागीदारी, व्यवहार में बदलाव और जानकारी शिक्षा और संचार उपकरणों के माध्यम से जागरूकता आदि का प्रशिक्षण दिया गया.

जिले में पिछले कई वर्षों से महिलाओं के लिए स्त्री स्वाभिमान अभियान चलाने वाली वीएलई भावना पालीवाल ने इको-फ्रैंडली पैड्स के लिए धन्यवाद दिया. कहा कि हमेशा उन सेनेटरी पैड्स का इस्तेमाल करें जिन्हें आसानी से डिस्पोज किया जा सके. जैसे बायोडिग्रेडेबल पैड्स, क्योंकि जो पैड्स डिस्पोज नहीं हो पाते वो आपके साथ-साथ वातावरण को भी नुक्सान पहुंचाते हैं.

पढ़ें: जयपुर: शव दफनाने के दौरान भूमि विवाद को लेकर 2 पक्षों में विवाद

वहीं कुछ महिलाएं एक ही पैड को काफी लंबे समय तक इस्तेमाल करती हैं. ये खतरनाक हो सकता है, क्योंकि कुछ पैड्स सिर्फ वन टाइम ही यूज के लिए बनाए जाते हैं. अगर आप उसे ज्यादा टाइम तक इस्तेमाल करती हैं तो बैक्टीरियल इन्फेक्शन होने कि सम्भावना ज्यादा रहती है. इस अवसर पर कमलेश कंवर, माहिनूर शेख, विजय लक्ष्मी धाभाई, पल्लवी सीसोदिया आदि उपस्थित थे.

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