राजसमंद. जिले में कोविड-19 से बचाव के लिए जन-जागरूकता, पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका और स्वच्छ भारत मिशन के अतंर्गत एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह कार्यशाला जिला परिषद सभागार राजसमन्द में किया गया. इस अवसर पर कार्यशाला में मुख्य कार्यकारी अधिकारी निमिषा गुप्ता ने सहभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि पहले स्वयं मास्क का प्रयोग, कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करें उसके बाद जनसमुदाय को इसके लिए प्रेरित करें.
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इस अवसर पर राखी पालीवाल ने कार्यशाला में पावर पॉइंट प्रस्तुतिकरण द्वारा कोविड-19 महामारी पर विडियो अवलोकन, राजस्थान में कोविड-19 जागरूकता अभियान, कोविड-19 और 'स्वच्छता के आयाम' पुस्तिका 'घबराएं नहीं सावधान रहें' विशेष जन-जागरूकता अभियान के बार में विस्तार से जानकारी दी. साथ ही कार्यक्रम में मोहन सिंह द्वारा ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन की अवधारणा, तकनीकी विकल्पों पर चर्चा, ओडीएफ प्लस सर्वे, सर्वे के दौरान ध्यान देने योग्य बातें, सामुदायिक स्वच्छता परिसर निर्माण और रख-रखाव, आदि पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई.
कार्यशाला में केशव सांचीहर लेखाकार एसबीएम द्वारा कोविड-19 के दौरान स्वच्छाग्राहियों के कार्य पर सहभागियों से चर्चा की गई और हाथ धोने की विधी के बारे में जानकारी दी. प्रशिक्षण के समापन सत्र में जिला समन्वयक एसबीएम नानालाल सालवी ने ब्लॉक में आयोजित होने वाले प्रशिक्षण का रोडमैप पर विस्तार पूर्व जानकारी दी. इस जिला स्तरीय कार्यशाला में पंचायत समिति रेलमगरा राजसमन्द के सहभागियों द्वारा प्रशिक्षण में भाग लिया गया है. इस क्रम में 25 अगस्त को पंचायत समिति खमनोर और देलवाड़ा के सहभागियों को प्रशिक्षण दिया जायेगा.
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उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि सरपंच प्रतिभागी 10, ग्राम पंचायत के पूर्व जनप्रतिनिधि 10, नेहरू युवा केन्द्र एवं ग्रामीण युवा मण्डल के सदस्य 15, ग्राम पंचायत के कार्मिक 5, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा-सहयोगिनी 15, स्वच्छाग्राही समस्त 5, स्वयं सहायता समूह के सदस्य 50, पंच पटेल और धार्मिक नेता 30, ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्य 10 कुल 150 सहभागी प्रशिक्षित होंगे, जो कि प्रति दिन 30 और 5 दिन में कुल 150 प्रशिक्षित होंगे.