राजसमंद. स्वायत्त शासन विभाग की ओर से निकाय प्रमुखों के लिए निकाली गई लॉटरी में इस बार राजसमंद नगर परिषद सभापति पद के लिए सीट ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित हुई है. जहां एक और राजसमंद नगर परिषद के चुनाव को करीब एक वर्ष बाकी है. लेकिन लॉटरी निकलने से पहले कई नेता ख्वाब सजाए बैठे थे. उनमें से कइयों को इस बार निराशा हाथ लगी है. क्योंकि, राजसमंद नगर परिषद में देखा जाए तो अब तक पालीवाल समाज का दबदबा रहा है.
वहीं नाथद्वारा नगर पालिका में निकाय प्रमुख की सीट सामान्य के खाते में गई है. जबकि आमेट नगरपालिका में निकाय प्रमुख की सीट ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित हो गई है. देवगढ़ नगर पालिका में अध्यक्ष पद एससी वर्ग के लिए आरक्षित हो गई है. वहीं लॉटरी निकलने के बाद से चुनावी सरगर्मियां और ज्यादा तेज हो गई.
पढ़ें: महाराष्ट्र के चुनाव में मेवाड़ के दिग्गज नेताओं ने भी संभाली बागडोर, जमकर किया प्रचार
इसके अलावा नाथद्वारा नगरपालिका में निकाय प्रमुख की सीट इस बार सामान्य होने पर अब यहां मुकाबला काफी रहेगा. क्योंकि अब यहां सभी वर्गों के लोग दावेदारी करेंगे. नाथद्वारा नगर पालिका में इस बार चुनावी चौसर बिछ चुकी है. वहीं कांग्रेस और भाजपा अपने-अपने संगठन में प्रतिनिधियों की तलाश में जुट चुकी है. इस लॉटरी में देवगढ़ नगर पालिका में अध्यक्ष की सीट इस बार एससी वर्ग के लिए रिजर्व हुई है. जिसके बाद पहले से तैयारी कर रहे कई नेताओं को निराशा हाथ लगी है. क्योंकि इस बार ओबीसी, एसटी और सामान्य वर्ग के लिए कई लोगों ने तैयारियां कर रखी थी. अब देखना होगा कि आने वाले समय में चुनाव में भाजपा और कांग्रेस किस पर दांव लगाती है. लेकिन लॉटरी निकलने के बाद जिलेभर में चुनावी सरगर्मियां और ज्यादा तेज हो गई.