राजसमंद. कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में राजनीतिक पार्टियों के नेताओं द्वारा आरोप-प्रत्यारोप का दौर लगातार जारी है. इस बीच पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री और विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि मार्च से मई माह के स्थगित विद्युत बिलों पर विलंब शुल्क वसूलने के विद्युत निगमों के आदेशों को अनैतिक है.
उन्होंने कहा कि भुगतान स्थगित करने का तात्पर्य सामान्य भाषा में भुगतान अवधि बढ़ाना होता है. जब सरकार ने ही भुगतान अवधि में छूट दी है, तो फिर इन बिलों पर विलंब शुल्क की वसूली कैसे हो सकती है.
किरण माहेश्वरी ने अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबंधक निदेशक से बात करके विद्युत शुल्क वसूलने पर विरोध व्यक्त किया है. वहीं राजस्थान के ऊर्जा मंत्री को भी इस संबंध में पत्र लिखकर विलंब शुल्क वसूली रोकने और स्थाई शुल्क से राहत देने का अनुरोध किया.
माहेश्वरी ने बताया की बिजली बिलों पर विलंब शुल्क के नाम पर उपभोक्ताओं पर 40 करोड़ रुपयों का भार डाला गया है. वहीं किरण माहेश्वरी ने शुक्रवार को अनुसूचित जाति मोर्चा राजसमंद के आभासी परिचर्चा में विधायक किरण माहेश्वरी ने कहा कि कोरोना महामारी के वैश्विक आपदा ने हमें आत्मनिर्भरता का पाठ पढ़ाया है. आने वाले दिनों में स्वरोजगार से ही प्रगति की राह खुलेगी. शुक्रवार को आयोजित आभासी परिचर्चा में एसटी मोर्चा के पदाधिकारियों और प्रमुख कार्यकर्ताओं ने भाग लिया.