राजसमंद. जिले में गर्ग ब्राह्मण समाज ने 7 मार्च को राजनगर के संनवाड़ में हुई रमेश चंद्र गर्ग की संदिग्ध मौत की निष्पक्ष जांच को लेकर SP भुवन भूषण यादव को गृह मंत्री और डीजीपी के नाम ज्ञापन सौंपा है. इस दौरान मृतक रमेशचंद्र के परिजनों के अलावा गर्ग ब्राह्मण समाज अध्यक्ष चोखला क्षेत्र भीम, देवगढ़, आसींद, करेड़ा आदि क्षेत्रों के समाज जन मौजूद रहें.
जिला पुलिस अधीक्षक को सौंपे ज्ञापन में बताया कि राजनगर थाना पुलिस रमेश चंद्र गर्ग की हत्या की जांच गलत दिशा में भटका रही है. जिससे परिजनों को इंसाफ मिलना मुश्किल है. वहीं, हत्या के आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं. ऐसे में इस मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. पीड़ित उम्मेद गर्ग ने बताया कि मेरे बड़े भाई रमेश चंद्र और भतीजी पूनम के साथ 7 मार्च को गोरधन, जगदीश, प्रियतमा, प्रहलाद, चंचल,अभिषेक, आदित्य और कला देवी ने जान से मारने की नियत से हमला किया.
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इस मारपीट में पूनम के सिर पर धारदार हथियार से हमला करने से उसका कान कट गया. जिसमें 9 टांके आए हैं. वहीं मेरे बड़े भाई रमेश चंद्र के साथ अभियुक्तों ने मारपीट की. जिसके बाद उनकी मौत हो गई, लेकिन पुलिस इसे हार्ट अटैक से मौत बता रही है. असके अलावा परिजनों ने राज नगर पुलिस थाने में नामजद एफआईआर भी दर्ज करवाई है. लेकिन राजनगर पुलिस ने अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है.
साथ ही सबूतों की भी पुलिस अनदेखी कर रही है. राजसमंद जिला पुलिस अधीक्षक ने परिवादियों को 3 दिन में सबूतों की निष्पक्ष जांच करने का आश्वासन दिया है. साथ ही आश्वस्त किया है कि अगर परिजन चाहेंगे तो जांच अधिकारी भी बदल दिया जाएगा.