राजसमंद. राजस्थान में सियासत का दौर लगातार अपने परवान पर चढ़ रहा है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री गहलोत ने भी मीडिया से मुखातिब होते हुए तल्ख लहजे में भाजपा पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने भाजपा द्वारा उनके सरकार को अस्थिर करने और राज्यपाल के द्वारा फ्लोर टेस्ट की अनुमति नहीं देने को लेकर भी सवाल उठाए हैं.
इस बीच राजसमंद से विधायक और पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी शुक्रवार को राजसमंद के दौरे पर रहीं. जहां उन्होंने ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रदेश सरकार को घेरने का काम किया और मुख्यमंत्री द्वारा लगाए जा रहे भाजपा पर आरोपों को लेकर भी जवाब दिया.
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माहेश्वरी ने कहा कि यह कांग्रेस की आंतरिक वर्चस्व की लड़ाई है. इसमें भाजपा को दोष देना मैं जानती हूं कि मुख्यमंत्री जी काफी हताश और निराश है. क्योंकि वह अपने कुनबे को संभाल नहीं पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की आपसी लड़ाई पहले खुलकर सड़क पर पहुंची इसके बाद शीर्ष नेता कांग्रेस के इस लड़ाई को सुलझा नहीं पाए तो कोर्ट तक पहुंच गई. लेकिन अभी भी मुख्यमंत्री भाजपा पर आरोप-प्रत्यारोप बेबुनियाद कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस प्रकार से फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहे हैं वर्तमान में कोरोना वायरस का दौर चल रहा है. कुछ विधायक संक्रमित से ग्रसित भी है. माहेश्वरी ने गहलोत सरकार पर व्यंग्य करते हुए कहा कि कोरोना की वजह से लोगों को 14 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाता है, लेकिन इनकी सरकार ने तो वह पीरियड भी होटल में पूरा कर दिया है. प्रदेश की जनता का काम अटक रहा है.