राजसमंद. भाजपा के पूर्व सांसद हरिओम सिंह राठौड़ का उदयपुर के एक अस्पताल में सोमवार को लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया. राठौड़ का कुछ महीने पहले मुंबई में भी इलाज चला था. जिसके बाद उन्होंने 2019 में सांसद का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया था. राठौड़ को 2 दिन पहले तबीयत खराब होने पर उदयपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उन्होंने सोमवार को अंतिम सांस ली.
हरिओम सिंह राठौड़ के निधन की सूचना फैलते ही उनके समर्थकों और भाजपा संगठन में शोक की लहर छा गई. सोशल मीडिया पर लगातार उनके निधन पर श्रद्धांजलि देने का दौर जारी है. जानकारी के अनुसार मंगलवार को उनका अंतिम संस्कार पैतृक गांव राजसमंद के केलवा में किया जाएगा. राठौड़ के अंतिम संस्कार में प्रदेश भाजपा के कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारियों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.
आपको बता दें कि हरिओम सिंह राठौड़ मेवाड़ के भाजपा के कद्दावर नेताओं में शामिल थे और उनकी छवि जनता व कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत रही. हरिओम सिंह राठौड़ आरएसएस के स्वयंसेवक थे. हरिओम सिंह राठौड़ उदयपुर विश्वविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष भी रहे थे. इसके बाद वह राजनीति में सक्रिय भूमिका में आए और आगे चलकर राजसमंद के प्रथम जिला प्रमुख रहे. राठौड़ ने 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर राजसमंद से भारी मतों से जीत दर्ज की थी. राठौड़ भारतीय जनता पार्टी में भी विभिन्न पदों पर रहे थे.