राजसमंद. जिले के केलवा थाना क्षेत्र में हाईव-8 पर शुक्रवार को बदमाशों ने एक व्यापारी का अपहरण कर लिया गया था. अपहरण की सूचना मिलने पर पुलिस ने हाईवे पर नाकाबंदी करवाई. इसी दौरान पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई. घटना में दोनों बदमाश गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों का केलवा अस्पताल में उपचार जारी है. वहीं, बेटे की करतूत का पता चलने पर पकड़े गए एक बदमाश दीपक मेनारिया की मां ने आत्महत्या कर ली है.
अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक शिवलाल बैरवा ने बताया कि उदयपुर पुलिस कंट्रोल रूम से किशन रेबारी नामक व्यक्ति के अपहरण की सूचना राजसमंद पुलिस को मिली. उन्होंने कहा कि खबर मिली कि बदमाश माडावाडा टोल से केलवा की तरफ आ रहे हैं. सूचना मिलने पर केलवा थाना पुलिस ने फोरलेन पर जेसीबी और अन्य वाहनों की सहायता से नाकाबंदी कर दी. फोरलेन पर नाकाबंदी देखकर बदमाश डर गए और फोरलेन से ही कार को वापस मोड़कर भागने लगे. इसी दौरान केलवा थाने के बाहर तैनात एएसपी शिवलाल और केलवा थाना पुलिस ने पीछा किया. तभी बदमाशों ने पुलिस पर एक राउंड फायर कर दिया. इसके जवाब में उदयपुर डीएसटी पुलिस टीम के दल ने जवाब में फायर किया.
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फायरिंग के बाद बदमाशों की कार फोरलेन पर डिवाइडर से टकरा गई. इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर बदमाशों को पकड़ लिया और व्यापारी को उनके चंगुल से मुक्त कराया. पुलिस ने दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने दोनों से तीन पिस्टल बरामद की है. पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना नाम चीरवा निवासी दीपक मेनारिया और नागदा निवासी किशन मेनारिया बताया है. घटना में दोनों बदमाश घायल हो गए, जिसका केलवा अस्पताल में प्राथमिक उपचार करवाया गया. पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है.
बेटे की करतूत के कारण मां ने की आत्महत्या : दीपक मेनारिया लोगों को हथियार के दम पर डरा-धमकाकर उनसे पैसे वसूलने और जमीन हड़पने का काम करता था. उसपर कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के साथ ही हत्या के मामले भी दर्ज हैं. राजसमंद के कांकरोली थाना अधिकारी डीपी दाधीच ने बताया कि शनिवार को हुई इस घटना के बाद दीपक मेनारिया की मां उससे मिलने राजसमंद हॉस्पिटल गई थी. वहां से लौटने के बाद उन्होंने आत्महत्या की कोशिश की. उन्हें गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार को उन्होंने दम तोड़ दिया. एमबी अस्पताल में पोस्टमार्टम कराकर पूरे मामले की जांच की जा रही है.
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हिस्ट्रीशीटर है दीपक मेनारिया: एसपी विकास शर्मा ने बताया कि दीपक मेनारिया सुखेर थाने का हिस्ट्रीशीटर है. उसके ऊपर कई मुकदमे दर्ज हैं. दीपक मेनारिया एक प्रोफेशनल क्रिमिनल की तरह से काम करता है. फायरिंग करके लोगों को डराना, वसूली करना उसका धंधा है. इससे पहले भी कई आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाया गया है. कई ऐसी बड़ी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद दीपक मेनारिया और उसका साथी फरार चल रहे थे. उन्होंने कहा कि उदयपुर पुलिस ने अलग-अलग टीम गठित कर मेनारिया की तलाश रही थी, लेकिन हर बार पुलिस को चकमा देकर मेनारिया फरार हो जाता था. एसपी विकास शर्मा ने कहा कि हिस्ट्रीशीटर हथियार के दम पर लोगों की जमीन हड़पने का काम किया करता था.