राजसमंद (चूरू). कृषि कानून के विरोध में किसान संगठनों की ओर से चक्काजाम के आह्वान पर राजसमंद जिले के भीम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाईवे-8 पर दोपहर बाद जाम लगा दिया. हालांकि कुछ देर बाद पुलिस ने सड़क से कार्यकर्ताओं को हटाकर यातायात बहाल करवा दिया.
किसान आंदोलन को कांग्रेस ने भी अपना समर्थन दिया. इसी के तहत राजसमंद के भीम क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं दोपहर में NH8 पर शंकरगढ़ चौराहे पर चक्काजाम कर कृषि कानून को लेकर अपना विरोध जताया. भीम कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष प्रभु दयाल नागर के नेतृत्व में कांग्रेसी कार्यकर्ता एनएच को जाम कर मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यहां पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने 15 मिनट तक हाईवे को जाम रखा जिससे वाहनों की आवाजाही बाधित रही जिसके बाद पुलिस प्रशासन से समझा इसके बाद कार्यकर्ता को वहां से हटाया गया.
गांव की जमीन पर भूमाफिया कर रहे कब्जा, ग्रामीणों ने एसडीओ से लगाई गुहार
आधुनिकीकरण के दौर में लगातार जमीनों की डिमांड बढ़ती जा रही है. ऐसे में शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी जमीनों की कीमतें आसमान छूने लगी हैं. इससे जमीनों पर अवैध कब्जा करने की घटनाएं भी बढ़ रही हैं. जिले के भीम उपखंड के पाटिया गांव में चरागाह और शमशान की जमीन पर रसूखदारों की ओर से कब्जा कर लिया गया है.
![mafia is capturing the land, राजसमंद की खबर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10525551_rjs-2.png)
राजसमंद जिले के भीम उपखंड के पाटिया गांव में चरागाह और श्मशान की जमीन पर रसूखदारों की ओर से कब्जा करने का मामला सामने आया है. अब इस अतिक्रमण को हटवाने के लिए ग्रामीणों ने अब एसडीओ से गुहार लगाई है. ऐसा नहीं होने की सूरत में ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है. भीम उपखंड के पाटिया गांव में रसूखदार लोगों ने खेल मैदान चारागाह और शमशान की जमीन पर कब्जा कर लिया है.
ग्रामीणों ने बताया कि बरतू करेड़ा रोड पर रातड़ी तालाब पछोर सामुदायिक भवन के लिए प्रस्तावित जमीन पर कुछ रसूखदार लोगों ने अपनी ताकत का बेजा इस्तेमाल करते हुए जमीन पर कब्जा कर लिया है. ग्रामीणों ने बताया कि मार्च 2019 में प्रशासन ने गांव की सरकारी जमीनों से अतिक्रमण हटवाए थे, लेकिन रसूखदारों ने फिर से जमीन पर कब्जा शुरू कर दिया. ग्रामीणों ने अपनी शिकायत को लेकर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा. साथ ही गांव की सरकारी जमीन से कब्जा हटाने की मांग की.