देवगढ़ (राजसमंद). जिले के भीम देवगढ़ विधायक सुदर्शन सिंह रावत ने गुरुवार को गोरमघाट ईको पर्यटन एवं पर्यावरण सरंक्षण कार्य का शिलान्यास किया. गोरमघाट जिले के मुख्य पर्यटक स्थलों में आता है. ऐतिहासिक पर्यटन स्थल तथा आस्था स्थल के केन्द्र को विकसित करने के लिए विधायक रावत ने डीएमएफटी मद से 1 करोड़ 90 लाख स्वीकृत कराये. जिसका विधायक कई वर्षो से सपना संजोये बैठे थे.
इसमें काछबली एवं आसपास के ग्रामीणों एवं मारवाड़ के इस आस्था के केन्द्र को विकसित करने के लिए गोरखनाथ मन्दिर तक वनपंथ निर्माण एवं रास्ते में श्रृद्धालुओं के लिये विश्राम स्थली का निर्माण तथा पर्यटन हेतु महत्वपूर्ण गोरमथड़ा से गोरमघाट रेल्वे स्टेशन तक वनपथ निर्माण एवं पर्यटकों के लिए 3 कमरों का ईको डेस्टिनेशन सेन्टर का निर्माण होगा. पर्यटक सफारी का भी आनंद ले सकेंगे. एनिकट एवं कच्चे चेकडेम के साथ-साथ प्रवेश द्वार व वनसीमा पर दिवार का भी निर्माण होगा.
प्राकृतिक झरने के पास सुलभ सौचालय का भी निर्माण होगा. जिससे महिलाओं को सुविधा मिलेगी. विधायक रावत ने कहा कि अब इस क्षेत्र में पर्यटकों की अधिक आवक होने से युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होगें. गौरतलब है कि काछबली से गोरमथड़ा 2.25 किमी लम्बी सड़क 75 लाख की लागत से निर्मानाधीन है. फलस्वरूप काछबली का गोरमथड़ा से सीधा जुड़ाव हो जाएगा. विधायक रावत ने कहा कि भीम विधानसभा क्षेत्र के अन्य मुख्य धार्मिक आस्था स्थलों का भी जिर्णोद्वार हेतु भी भरसक प्रयत्न करेगें.
विधायक रावत ने भीम विधानसभा क्षेत्र के चहुँमुखी विकास जिसमें भीम देवगढ़ चम्बल परियोजना, बग्गड़ में रीको की स्थापना, शिक्षा के क्षेत्र, सड़क, पेयजल आदि के लिए रिकार्ड बजट स्वीकृति करने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का आभार जताया और कहा कि आज मुख्यमंत्री की वजह से ही भीम देवगढ़ की पहचान बनी है. जिसे आने वाली पीढ़ी भी याद करेंगी.
इस दौरान विधायक रावत ने आज बरार में पाईप लाईन विस्तार कुआ टंकी, निर्माण कार्य लागत 80 लाख, शेखावास में घर-घर पेयजल वितरण स्कीम कार्य लागत 2 करोड़, नयागांव में पाइप लाइन, टंकी, कुआ निर्माण लागत 60 लाख तथा खेड़ी का खेड़ा (शेखावास) में घर-घर जल वितरण स्कीम लागत 2 करोड़ 23 लाख का भी मुख्य अतिथि के रूप में शिलान्यास किया. जिससे लगभग 7500 आबादी लाभान्वित होगी.