राजसमंद. कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाओं को विस्तार देने के उदेश्य से राजसमंद जिले के रेलमगरा में दरीबा में दयानन्द एंग्लो वैदिक विद्यालय दरीबा में डेडिकेटेड 300 बेड के कोविड अस्पताल के लिए राज्य सरकार द्वारा राज्य आपदा निधि एसडीआरफ से चिकित्सा तकनीकी से सम्बन्धित उपकरण सामग्री की खरीद के लिए 3 करोड़ 65 लाख रुपये की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है.
इस चिकित्सालय के लिए आरएसआरडीसी पीडब्ल्यूडी को कार्यकारी एजेन्सी बनाया गया है, जिनके द्वारा पाइप लाइन डालने का कार्य प्रांरभ किया जा चुका है. ये अस्पताल सभी मेडिकल उपकरणों से युक्त होगा.
अशोक गहलोत से विधानसभा अध्यक्ष डाॅ जोशी ने की चर्चा
विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. जोशी को गत समय में राजसमन्द व नाथद्वारा के स्थानीय नागरिकों ने आक्सीजन बैड ना मिलने की बात से कई स्थानीय प्रतिनिधियों ने अवगत कराया था. उन्होंने मामले की गंभीरता को देखते हुए इस संबंध में तुरंत मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से चर्चा कर राज्य सरकार द्वारा 300 आक्सीजन बेड की स्वीकृति जारी करवायी. इसके साथ ही डाॅ. जोशी ने वेदांता हिंदुस्तान जिंक प्रबंधन को 100 बेड का अतिरिक्त चिकित्सालय कोविड संक्रमितों के लिये और प्रारम्भ करने के निर्देश प्रदान किए.
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इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्राी से नाथद्वारा चिकित्सालय में कोविड को देखते हुए नई सीटी स्कैन मशीन लगाने पर भी चर्चा की. जिसे लगाने की कार्यवाही प्रारंभ कर दी गयी है. इसकी लागत लगभग 3 करोड़ रुपये है. इसके साथ ही इस नयी सीटी स्कैन मशीन लगाने की टेन्डर की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गयी है.
राजसमन्द व उदयपुर के कोविड से संक्रमित मरीजों का होगा इलाज
इस चिकित्सालय में राजसमन्द जिले के व उदयपुर के कोविड से संक्रमित मरीजों का इलाज होगा. वर्तमान में जिले के सभी अस्पतालों में 350 रोगियों का इलाज चल रहा है. इसकी स्थापना से 300 बेड अतिरिक्त बढ़ जाने से कुल 650 कोविड संक्रमित रोगियों का इलाज जिले में हो सकेगा. राज्य सरकार व जिला प्रशासन का प्रयास है कि इस चिकित्सालय को शीघ्र से शीघ्र तैयार करके कोरोना के ईलाज के लिए जिले के रोगियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं.