नाथद्वारा (राजसमंद). जिले के नाथद्वारा में विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा के निर्माण के बाद अब यहां गिरिराज पर्वत पर 108 फीट ऊंची विशाल दक्षिणमुखी हनुमान जी की मूर्ति का निर्माण किया जाएगा. गुरुवार को हनुमान जयंती के अवसर पर वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधान पीठ नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर के तिलकायत महाराज की आज्ञा और युवराज विशाल बावा की प्रेरणा से मुंबई निवासी वैष्णव गिरीश भाई शाह की ओर से गिरिराज पर्वत की चोटी पर 108 फीट ऊंची हनुमान प्रतिमा के निर्माण के लिए गुरुवार को शिलान्यास किया गया. चिरंजीव विशाल बावा ने भूमि पूजन कर प्रतिमा की आधार शिला स्थापित की.
विशाल बावा ने बताया कि पुष्टिमार्ग में हनुमानजी का विशेष महत्व होता है और करखा के पदों में भी उनका उल्लेख है. हनुमान जी की भक्ति पुष्टि भक्ति है. उन्होंने बताया कि प्रतिमा का मुख श्रीनाथजी की ओर हाथ जोड़कर रहेगा. वहीं प्रतिमा का निर्माण करवाने वाले गिरीश भाई ने बताया कि ये प्रतिमा 108 फीट ऊंची होगी. इसका स्ट्रक्चर स्टील का होगा जिसमें मजबूती के लिए बीच मे स्लैब डाले जाएंगे और बाहरी आवरण फाइबर ग्लास से बनाया जाएगा.
25 किमी दूर से दिखेगी प्रतिमा
गिरिराज पर्वत की ऊंचाई करीब 300 फीट है जिसकी चोटी पर 108 फीट की प्रतिमा का निर्माण किया जाएगा. ऐसे में हनुमत प्रतिमा करीब 20 से 25 किलोमीटर दूर से दिखाई दिया करेगी. इस प्रतिमा का निर्माण भी विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा विश्वसस्वरूपम बनाने वाले मूर्तिकार नरेश कुमार से ही कराया जाएगा. इस प्रतिमा के निर्माण में कुल एक करोड़ से सवा करोड़ की लागत आएगी. इसका निर्माण करीब एक वर्ष में पूरा हो जाएगा. इस प्रतिमा को क्षेत्र में हवा की अधिकता सीमा से दोगनी रफ्तार तक सहने जितना मजबूत बनाया जाएगा. इस प्रतिमा पर लगा फाइबर ग्लास बारिश और धूप में खराब नहीं होने वाला होगा.