प्रतापगढ़. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जारी दिशा-निर्देश और प्राधिकरण अध्यक्ष जिला जज आलोक सुरोलिया के मार्ग दर्शन में प्राधिकरण सचिव एडीजे लक्ष्मीकांत वैष्णव ने बाल संप्रेक्षण गृह और किशोर गृह लोहारिया का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मौके पर मोजूद प्रभारी भंवरसिंह के मुताबिक बाल अपचारियों की संख्या 10 होना बताया, लेकिन निरीक्षण के दौरान आठ बाल अपचारी ही पाए गए.
इस सम्बन्ध में जब पूछताछ की गई तो प्रभारी भंवरसिंह द्वारा दो बाल अपचारियों का भाग जाना जाहिर किया. मौके पर मौजूद सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रतापगढ़ की ओर से स्थिति का अवलोकन करने पर यह स्थिति प्रकट हुई कि जो जाली तोड़ी गई है, वह मुख्य चोक में खुलती है. इस प्रकार तीन केयर टेकर, स्टाफ और गार्ड के मौजूद होने के बावजूद जाली तोड़ने और बाल अपचारी का फरार होने से संशय और उपेक्षा की स्थिति को प्रकट करता है.
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सम्प्रक्षण गृह प्रभारी को प्राधिकरण सचिव ने इस संबंध में अपना स्पष्टिकरण पेश करने के लिए पत्र लिखा है. इस तरह की लापरवाही और सम्प्रक्षण गृह की जालियों में सुधार करने के लिए भी पत्र में लिखा गया है. इसके साथ ही धिकरण के अलीमुद्दीन कुरैशी को आदेश दिया गया कि पूरे मामले कि जानकारी एसपी प्रतापगढ़ और सीडब्ल्यूसी प्रभारी संप्रेक्षण गृह, अधीक्षक बाल अधिकारिता विभाग के साथ ही जिला जज, सीजेएम कोर्ट और प्रिंसीपल मजिस्ट्रेट जेजेबी को लिखित में दें.