प्रतापगढ़. जिले के सीतामाता अभयारण्य में बजरी माफियाओं ने वनकर्मियों पर हमला कर दिया. इस घटना में वनकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गए, जिन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया. जहां उनका इलाज जारी है. वहीं, घटना के बाद पुलिस और वन विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से जंगल में दबिश देकर मंगलवार को छह आरोपियों को गिरफ्तार किया. इधर, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार जिला चिकित्सालय पहुंचकर घायल वनकर्मियों से मुलाकात किए व उनका हालचाल जाना.
सीतामाता अभयारण्य के जाखम रेंजर सोमेश्वर त्रिवेदी ने बताया कि तीन दिन पहले सीतामाता अभयारण्य में नाकाबंदी के दौरान बजरी से भरे दो ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोका गया तो माफियाओं की ओर से वनकर्मियों को जान से मारने की धमकी दी गई. इसके बाद वन विभाग की टीम पर बजरी माफिया गैंग के करीब दो दर्जन से अधिक लोगों ने हमला कर दिया. साथ ही छह वनकर्मियों को बंदी बनाकर आरोपी अपने साथ जीप में बैठाकर जंगल में ले गए और वहां उनसे मारपीट की.
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सूचना पर वन विभाग और पुलिस टीम दलबल के साथ मौके पर पहुंची और कर्मचारियों को आरोपियों के चंगुल से छुड़वाया गया. इस संबंध में देवगढ़ थाना पुलिस में मामला दर्ज कराया गया था. फिलहाल हमले में जख्मी कर्मियों का जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक भी जिला चिकित्सालय पहुंचे, जहां उन्होंने जख्मी कर्मी से मुलाकात कर उनसे घटना को लेकर बातचीत की. उन्होंने बताया कि वन विभाग और पुलिस टीम ने जंगल से छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसकी शिनाख्त कमलेश पुत्र हरिराम, राहुल, विनोद पुत्र झगू, अर्जुन पुत्र मोतीलाल, धुलेश पुत्र भगू निवासी काबरा मगरा, प्रभु पुत्र मनजी निवासी पीपलारेल पाल के रूप में हुई है. जबकि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.