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प्रतापगढ़: नए साल की रौनक पर कर्फ्यू का असर...बाजारों-होटलों में रहा सन्नाटा - Information break of dam

प्रतापगढ़ में कोरोना महामारी के कारण नववर्ष का जश्न पूरी तरह से फीका रहा. प्रशासन की ओर से नगर परिषद क्षेत्र में कर्फ्यू की घोषणा के कारण गुरुवार शाम 7 बजे के बाद बाजार पूरी तरह से बंद हो गए थे.

प्रतापगढ़ में नए साल पर कर्फ्यू, Curfew in Pratapgarh on new year
प्रतापगढ़ में नए साल पर कर्फ्यू
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Published : Jan 1, 2021, 6:14 PM IST

प्रतापगढ़. कोरोना महामारी के कारण इस साल प्रतापगढ़ में नववर्ष का जश्न पूरी तरह से फीका रहा. कलेक्टर की ओर से नगर परिषद क्षेत्र में कर्फ्यू की घोषणा के कारण शाम 7 बजे के बाद बाजार पूरी तरह से बंद हो गए और शहर में सन्नाटा पसर गया. हालांकि लोगों ने नगर परिषद क्षेत्र से बाहर जाकर कुछ स्थानों पर नए साल का जश्न मनाया, लेकिन कुल मिलाकर इस बार नववर्ष के जश्न पर कोई बड़े आयोजन नहीं हुए.

प्रतापगढ़ में नए साल पर कर्फ्यू

प्रतापगढ़ नगर परिषद क्षेत्र में कलेक्टर अनुपमा जोरवाल की ओर से कोरोना महामारी को देखते हुए प्रदेश सरकार के निर्देश पर शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए कर्फ्यू की घोषणा की गई थी. जैसे ही 2020 के अंतिम दिन 31 दिसंबर को शाम की 7 बजी बाजारों में दुकानें बंद होने लगी. लोग अपने-अपने घरों में जाने लगे. पुलिस के जवान जगह-जगह गश्त करते हुए दिखाई दिए.

पढ़ें-किसान आंदोलन के बीच नए साल का आगाज, राजस्थान-हरियाणा बॉर्डर पर योगेंद्र यादव से Exclusive बातचीत

उप पुलिस अधीक्षक पीयूष कविया और कोतवाली थाना अधिकारी मदन लाल खटीक के निर्देशन में मोबाइल पार्टियां गश्त करती रही. व्यापारिक प्रतिष्ठान, होटल, रेस्टोरेंट, शराब की दुकानें पूरी तरह से बंद हो गई. अधिकांश लोगों ने घरों में रहकर ही नए वर्ष की अगवानी की. प्रशासन की ओर से इस दौरान आतिशबाजी पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया था. हालांकि कहीं-कहीं से रात 12 बजते ही पटाखों की आवाज सुनाई दी. कोरोना महामारी के कारण लगाए गए इस कर्फ्यू का खासा असर रहा. इस बार सड़क पर कोई हुडदंगी नजर नहीं आए और शांति रही.

भंवर से मिला बांध के टूटने की सूचना

वहीं प्रतापगढ़ में आज उस समय हड़कंप मच गया, जब भंवर से मिला बांध के टूटने और जनहानि होने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा दी गई. सूचना मिलने के साथ ही कलेक्टर अनुपमा जोरवाल और एसपी चुनाराम जाट मौके पर पहुंचे. इसके साथ ही अन्य संबंधित विभाग हुए अधिकारी भी आनन-फानन में भंवर से मिला बांध पहुंचे. यहां पहुंचने पर सभी को मालूम हुआ कि प्रशासन द्वारा अधिकारियों की तत्परता जांचने के लिए मॉक ड्रिल की गई है.

भंवर से मिला बांध के टूटने की मॉक ड्रिल, Mock drill to break dam of vortex
भंवर से मिला बांध के टूटने की मॉक ड्रिल

पढ़ें- राजस्थान का सबसे ज्यादा सर्वनाश पिछले 2 वर्षों में हुआ है: कालू लाल गुर्जर

एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि किसी भी हादसे के दौरान संबंधित विभागों की तत्परता जांचने के उद्देश्य से इस मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया था. पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से इस संबंध में सभी विभागों को सूचना दी गई थी. सूचना में भंवर शिमला बांध की मुख्य नहर का गेट खोलने के दौरान हादसा होने और जनहानि होने की बात कहीं गई थी. सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी सहित संबंधित थानों के थानाधिकारी और कई विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचे.

प्रतापगढ़. कोरोना महामारी के कारण इस साल प्रतापगढ़ में नववर्ष का जश्न पूरी तरह से फीका रहा. कलेक्टर की ओर से नगर परिषद क्षेत्र में कर्फ्यू की घोषणा के कारण शाम 7 बजे के बाद बाजार पूरी तरह से बंद हो गए और शहर में सन्नाटा पसर गया. हालांकि लोगों ने नगर परिषद क्षेत्र से बाहर जाकर कुछ स्थानों पर नए साल का जश्न मनाया, लेकिन कुल मिलाकर इस बार नववर्ष के जश्न पर कोई बड़े आयोजन नहीं हुए.

प्रतापगढ़ में नए साल पर कर्फ्यू

प्रतापगढ़ नगर परिषद क्षेत्र में कलेक्टर अनुपमा जोरवाल की ओर से कोरोना महामारी को देखते हुए प्रदेश सरकार के निर्देश पर शाम 7 बजे से सुबह 6 बजे तक के लिए कर्फ्यू की घोषणा की गई थी. जैसे ही 2020 के अंतिम दिन 31 दिसंबर को शाम की 7 बजी बाजारों में दुकानें बंद होने लगी. लोग अपने-अपने घरों में जाने लगे. पुलिस के जवान जगह-जगह गश्त करते हुए दिखाई दिए.

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उप पुलिस अधीक्षक पीयूष कविया और कोतवाली थाना अधिकारी मदन लाल खटीक के निर्देशन में मोबाइल पार्टियां गश्त करती रही. व्यापारिक प्रतिष्ठान, होटल, रेस्टोरेंट, शराब की दुकानें पूरी तरह से बंद हो गई. अधिकांश लोगों ने घरों में रहकर ही नए वर्ष की अगवानी की. प्रशासन की ओर से इस दौरान आतिशबाजी पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया था. हालांकि कहीं-कहीं से रात 12 बजते ही पटाखों की आवाज सुनाई दी. कोरोना महामारी के कारण लगाए गए इस कर्फ्यू का खासा असर रहा. इस बार सड़क पर कोई हुडदंगी नजर नहीं आए और शांति रही.

भंवर से मिला बांध के टूटने की सूचना

वहीं प्रतापगढ़ में आज उस समय हड़कंप मच गया, जब भंवर से मिला बांध के टूटने और जनहानि होने की सूचना पुलिस कंट्रोल रूम द्वारा दी गई. सूचना मिलने के साथ ही कलेक्टर अनुपमा जोरवाल और एसपी चुनाराम जाट मौके पर पहुंचे. इसके साथ ही अन्य संबंधित विभाग हुए अधिकारी भी आनन-फानन में भंवर से मिला बांध पहुंचे. यहां पहुंचने पर सभी को मालूम हुआ कि प्रशासन द्वारा अधिकारियों की तत्परता जांचने के लिए मॉक ड्रिल की गई है.

भंवर से मिला बांध के टूटने की मॉक ड्रिल, Mock drill to break dam of vortex
भंवर से मिला बांध के टूटने की मॉक ड्रिल

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एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि किसी भी हादसे के दौरान संबंधित विभागों की तत्परता जांचने के उद्देश्य से इस मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया था. पुलिस कंट्रोल रूम के माध्यम से इस संबंध में सभी विभागों को सूचना दी गई थी. सूचना में भंवर शिमला बांध की मुख्य नहर का गेट खोलने के दौरान हादसा होने और जनहानि होने की बात कहीं गई थी. सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी सहित संबंधित थानों के थानाधिकारी और कई विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचे.

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