प्रतापगढ़. मध्यप्रदेश की मंदसौर नारकोटिक्स विंग पुलिस ने राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के सोहेल पिता हकीम को 90 ग्राम स्मैक के साथ शुक्रवार की रात को गिरफ्तार किया था. जिसकी पुलिस हिरासत में मौत हो गई. इसके बाद हंगामा खड़ा हो गया.
पुलिस ने आरोपी के परिजनों को फोन कर उसकी तबीयत खराब होने की बात कही और जिला अस्पताल लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद जिला अस्पताल में परिजनों के साथ ही बड़ी संख्या में समाजजनों की भीड़ जमा हो गई और नारकोटिक्स पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. परिजनों ने पुलिस पर 50 लाख रुपए की मांग करने का आरोप लगाते हुए झूठे प्रकरण में फंसाने की धमकी देने और सोहेल की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप भी लगाया.
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घटनाक्रम के बाद नारकोटिक्स एसपी के प्रतिवेदन पर एसआई राजमल दायमा सहित चार अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया, ये सभी न्यायिक और विभागीय जांच होने तक निलंबित रहेंगे. इसी परिजनों ने जिला अस्पताल में हंगामा किया तो बड़ी संंख्या में फोर्स की तैनाती की गई. समझाइश के बाद परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हुई. इसके बाद पुलिस फोर्स की तैनाती में सोहेल के शव को पीएम के लिए ले जाया गया. पैनल पीएम हुआ, वहां देरी हुई तो लोगों ने वहां भी हंगामा कर दिया. पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुर्पद किया गया.
मामले में उपनिरीक्षक सहित 5 निलंबित
वहीं एसपी सिद्धार्थ चौधरी से लेकर पुलिस के आला अधिकारी भी अस्पताल पहुंचे. एसआई सहित चार पुलिसकर्मी निलंबित सहायक पुलिस महानिरीक्षक नारकोटिक्स विकास पाठक ने मामले में नारकोटिक्स एसपी के प्रतिवेदन के आधार पर एसआई सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. आदेश में बताया कि सोहेल (21) पिता हमीद खा पठान निवासी असावता जिला प्रतापगढ़ राजस्थान की पुलिस कस्टडी में मौत हुई है. मामले में उपनिरीक्षक रायमल दायमा, प्रधान आरक्षक पीरुलाल सोनी, आरक्षक प्रशांत कैथवास, आरक्षक चालक कमल पटेल, आरक्षक दिनेश परमार को निलंबित किया है.
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मृतक के जीजा ने कहा राशि की मांग के लिए आ रहे थे फोन
मृतक के जीजा जफर खान ने बताया कि नमाज पढ़ने की बात कहकर सोहेल निकला था. इसके बाद इसे पकड़ा गया. पैसे लेकर आने की सूचना और फोन लगाकर परिवार वालों के पास आ रहे थे. राजस्थान बॉर्डर से पकड़ा या टोल से या मंदसौर से पता नहीं. 25 से लेकर 50 लाख तक की मांग की है. नारकोटिक्स विंग का यह पहला नहीं इस प्रकार के अनेक मामले है.
मृतक के भाई मुरादखान ने बताया कि वो नमाज के बाद निकला था, 3 बजे बात हुई थी. टोल टैक्स के यहां से नारकोटिक्स ने पकड़ा. फोन लगाया तो बात हुई तो 50 लाख की मांग की. उन्होंने नहीं तो एनडीपीएस में फंसाने की धमकी दी. पैसों की व्यवस्था हुई नहीं. सुबह फोन आया कि तेरा भाई सांस नहीं ले पा रहा. थाने के अंदर लॉकअप में भाई को पीट-पीटकर पुलिस ने मार डाला.