प्रतापगढ़. नगर परिषद के सभागार में आयोजित बैठक (city council general meeting in pratapgarh) में सबसे पहले सभापति की ओर से 53 करोड़ 89 लाख रुपए का वार्षिक बजट पेश किया गया. जिसके बाद शहर में नए विकास कार्यों को लेकर प्रस्ताव लिए गए.
बैठक में कांग्रेस के पार्षद आशीष शर्मा ने अपने ही बोर्ड के सभापति व आयुक्त पर सवाल उठाते हुए पूछा कि इस वर्ष महाशिवरात्रि पर होने वाले भगवान महादेव का अभिषेक क्यों नहीं करवाया गया? शहर की जनता को मेले के नाम पर गुमराह क्यों किया जा रहा है?
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भाजपा का आरोप: भाजपा पार्षद अमित जैन ने आरोप लगाया (BJP imposes Corruption charges On Congress) कि सभापति और आयुक्त जेईएन ने मिलकर शहर में विकास कार्यों की एक लंबी लिस्ट बना ली है जिनकी अभी कोई आवश्यकता ही नहीं है. पार्षद ने कहा कि एक तरफ नगर परिषद बोल रही है कि उसके पास बजट की समस्या है वहीं दूसरी ओर बिना पार्षदों की राय के शहर में वार्डों में विकास की योजनाएं बना ली है. इससे भ्रष्टाचार की बू आ रही है. नगर परिषद पार्षद ने कहा कि अधिकांश कार्य ऐसे हैं जो पहले हो चुके हैं. ऐसे ही निर्माण कार्य को इन्होंने चिन्हित कर वापिस निर्माण की बात कही है.
69-क के अंतर्गत जारी पट्टों पर भी सवाल: भाजपा के पार्षदों की ओर से 69 क के अंतर्गत जारी पट्टों की जानकारी मांगी गई है. इस संबंध में उन्होंने नगर परिषद सभापति और आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है. भाजपा के पार्षद दीपक डोसी ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि नगर परिषद की ओर से जारी पट्टों में भारी घोटाला हुआ है. नगर परिषद की ओर से कई ऐसे पट्टे वितरण किए गए हैं जो मुख्य मार्ग पर हैं और करोड़ों की संपत्ति है. ये एक बड़ा घोटाला है.
2022- 23 का बजट
(अ) प्रारंभिक शेष- 455.36 लाख
राजस्व प्राप्ति- 2776.63 लाख
पूंजीगत प्राप्ति- 2157.00 लाख
(ब) राजस्व व्यय- 2173.58 लाख
पूंजीगत व्यय- 2464.89 लाख
अंतिम शेष- 750.53 लाख
कुल 53 करोड़ 89 लाख का बजट