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कोरोना का संकटः समय पर इलाज नहीं मिलने से युवक की मौत

पाली में भी कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे है. जिसको देखते हुए सभी अस्पताल के बेड फुल हो चुके है. बेड भरने से मरीजों को सही समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा और उनकी मौत हो जा रही है. जहां शुक्रवार एक युवक को उसके परिजन सांस में तकलीफ होने के कारण अस्पताल लेकर आए थे. लेकिन अस्पताल के अंदर बेड एक भी खाली नहीं था. देखते-देखते कुछ ही मिनटों में युवक ने गाड़ी में ही दम तोड़ दिया.

समय पर इलाज नहीं मिलने से युवक की मौत, Youth dies due to lack of timely treatment
समय पर इलाज नहीं मिलने से युवक की मौत
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Published : May 1, 2021, 11:54 AM IST

पाली. जिले में कोरोना संक्रमण काफी घातक रूप ले चुका है. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में गंभीर रूप से ग्रस्त मरीज बांगड़ अस्पताल आ रहे हैं. जिन्हें तुरंत ऑक्सीजन की आवश्यकता है. लेकिन बांगड़ अस्पताल भी अब हाफ चुका है. अस्पताल में एक भी बेड खाली नहीं है. ऐसे में अस्पताल आ रहे मरीजों को ओपीडी के बाहर ही बिठा कर ऑक्सीजन दी जा रही है. इधर, अस्पताल में बेड नहीं होने और तुरंत उपचार नहीं पहले से अस्पताल के ओपीडी के बाहर कई मरीजों की मौत भी हो रही है.

समय पर इलाज नहीं मिलने से युवक की मौत

पिछले 7 दिनों में बांगड़ अस्पताल के बाहर इस तरह के नजारे कई बार देखे गए. शुक्रवार को एक बार फिर से ऐसा ही नजारा देखा गया, जिसमें परिजन अपनों को आंखों के आगे मरता देख रहे थे और कुछ भी नहीं कर पाए.

बताया जा रहा है कि शुक्रवार को एक युवक को उसके परिजन सांस में तकलीफ होने के कारण अस्पताल लेकर आए थे. उसे कोरोना ओपीडी के बाहर लाया गया. लेकिन अस्पताल के अंदर बेड एक भी खाली नहीं था. देखते-देखते कुछ ही मिनटों में युवक ने गाड़ी में ही दम तोड़ दिया. परिजन उसे बचाने की काफी कोशिश करते रहे, लेकिन उनके प्रयास विफल रहे.

पढ़ें- COVID-19 Vaccination : कमी के बीच केवल 11 जिलों में 35-44 वर्ष आयुवर्ग का वैक्सीनेशन आज से

इधर पाली जिले में संक्रमण की बात करें तो पाली में शुक्रवार को तीन नए संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है. पाली में मरीजों की रिकवरी रेट भी काफी नीचे आ चुकी है. वर्तमान समय में पाली में 5464 के एक्टिव है. इधर, पाली में मौत का आंकड़ा 246 तक पहुंच चुका है और अभी भी पाली में स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है.

पाली. जिले में कोरोना संक्रमण काफी घातक रूप ले चुका है. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में गंभीर रूप से ग्रस्त मरीज बांगड़ अस्पताल आ रहे हैं. जिन्हें तुरंत ऑक्सीजन की आवश्यकता है. लेकिन बांगड़ अस्पताल भी अब हाफ चुका है. अस्पताल में एक भी बेड खाली नहीं है. ऐसे में अस्पताल आ रहे मरीजों को ओपीडी के बाहर ही बिठा कर ऑक्सीजन दी जा रही है. इधर, अस्पताल में बेड नहीं होने और तुरंत उपचार नहीं पहले से अस्पताल के ओपीडी के बाहर कई मरीजों की मौत भी हो रही है.

समय पर इलाज नहीं मिलने से युवक की मौत

पिछले 7 दिनों में बांगड़ अस्पताल के बाहर इस तरह के नजारे कई बार देखे गए. शुक्रवार को एक बार फिर से ऐसा ही नजारा देखा गया, जिसमें परिजन अपनों को आंखों के आगे मरता देख रहे थे और कुछ भी नहीं कर पाए.

बताया जा रहा है कि शुक्रवार को एक युवक को उसके परिजन सांस में तकलीफ होने के कारण अस्पताल लेकर आए थे. उसे कोरोना ओपीडी के बाहर लाया गया. लेकिन अस्पताल के अंदर बेड एक भी खाली नहीं था. देखते-देखते कुछ ही मिनटों में युवक ने गाड़ी में ही दम तोड़ दिया. परिजन उसे बचाने की काफी कोशिश करते रहे, लेकिन उनके प्रयास विफल रहे.

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इधर पाली जिले में संक्रमण की बात करें तो पाली में शुक्रवार को तीन नए संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है. पाली में मरीजों की रिकवरी रेट भी काफी नीचे आ चुकी है. वर्तमान समय में पाली में 5464 के एक्टिव है. इधर, पाली में मौत का आंकड़ा 246 तक पहुंच चुका है और अभी भी पाली में स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है.

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