पाली. कोरोना के संकट काल में लागू लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों के सामने रोजी-रोटी का संकट आने के बाद उन्होंने घर वापसी शुरू की. लेकिन यातायात की सेवा नहीं होने के चलते उन्हें पैदल ही अपने घर की ओर कूच करना पड़ा. वहीं, अब श्रमिकों के लिए सरकार की ओर से श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है, जिससे वो अपने घर पहुंच रहे हैं. लेकिन ये प्रवासी अपने जिले में पहुंचने के बाद खतरा बनते नजर आ रहे हैं. प्रवासी अब कम्युनिटी स्प्रेड के बड़े वाहक के रूप में सामने आ रहे हैं.
90 हजार से अधिक प्रवासी लौटे हैं पाली
पाली जिले की बात करें तो पिछले 20 दिनों में 90 हजार से ज्यादा प्रवासी पाली में अपने घर लौट आए हैं. इनके घर पहुंचने पर अपनों के बीच जाने की खुशी उनके चेहरों पर साफ नजर आ रही है. लेकिन ये प्रवासी अपने साथ संक्रमण का खतरा भी लेकर आए हैं. ऐसे में कोरोना वायरस का संक्रमण जो अभी तक शहर में फैला हुआ था. अब वह खतरा पाली के ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ रुख कर चुका है.
कोरोना ने गांवों में दी दस्तक
प्रवासियों के माध्यम से अन्य प्रदेशों से यह वायरस अब पाली के विभिन्न गांव में पहुंच चुका है. ऐसे में पाली में एक बार फिर से कराना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ना शुरू हो चुका है. जिसकी शुरुआत देसूरी ब्लॉक के काना गांव से हो चुकी है.
गुरुवार सुबह की रिपोर्ट ने प्रशासन को पूरी तरह से दहशत में डाल दिया. मुंबई से काना गांव लौटा प्रवासियों का एक दल पूरा ही पॉजिटिव पाया गया है. ऐसे में पाली के विभिन्न हिस्सों में 90 हजार से ज्यादा पहुंचे प्रवासियों को प्रशासन क्वॉरेंटाइन करने की जुगत में लगा हुआ है.
25 में से 18 कोरोना पॉजिटिव निकले
देसूरी ब्लॉक के काना गांव में 5 दिन पहले मुंबई से 25 जनों का दल गांव लौटा था. इस दल की चिकित्सा विभाग की ओर से स्क्रीनिंग की गई थी. जिसमें उनका स्वास्थ्य सामान्य आया था. लेकिन जब इन सभी के सैंपल की रिपोर्ट आई, तो एकाएक प्रशासन भी सकते में आ गया. इस दल में से 18 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इसके बाद काना गांव सहित उसके आसपास के क्षेत्र को जीरो मोबिलिटी क्षेत्र बना दिया गया है. साथ ही वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है.
यह भी पढ़ें- COVID-19: बीते 12 घंटों में 66 नए कोरोना केस, 2 माह की बच्ची और बुजुर्ग की मौत, कुल आंकड़ा पहुंचा 4,394 पर
3 मृतकों में 2 प्रवासी
पाली में पिछले 3 दिनों में कोरोना संक्रमित 3 मरीजों की मौत हो चुकी है. इन तीनों में से दो मृतक प्रवासी थे. जो कुछ दिन पहले ही पाली लौटे थे. इन मौतों के चलते भी प्रशासन अब प्रवासियों पर खास नजर रखे हुए हैं. पाली में हजारों की संख्या में लौट रहे प्रवासियों की निगरानी रखने के लिए प्रशासन प्रत्येक गांव में सरकारी कर्मचारियों को निर्देशित कर रहा है.
प्रवासियों के कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद से ही प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हो चुका है. जिले की सीमा पर बसों और निजी वाहनों के माध्यम से प्रवासियों के आने का दौर अभी भी जारी है. इसलिए जिन-जिन सीमाओं पर बसों से प्रवासी उतर रहे हैं, वहां चिकित्सा दल द्वारा उनकी स्क्रीनिंग करवाई जा रही है. साथ ही उनके दस्तावेजों की भी जांच की जा रही है. सभी प्रवासियों को होम आइसोलेशन में ही रहने की हिदायत दी जा रही है. लेकिन अगर कोई संदिग्ध पाया जाता है तो उसे तुरंत क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है.