पाली. पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने पुलिस में तैनात दो कांस्टेबल जिन की मिलीभगत तस्करों से थी, उनके आरोप सिद्ध होने के बाद मंगलवार को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है. इनमें से एक कांस्टेबल तखतगढ़ थाने की चाणोद पुलिस चौकी का है और दूसरा सिरियारी थाने में कार्यरत था.
इन दोनों पर तस्करों के साथ मिलीभगत होने का आरोप लगने के बाद पुलिस अधीक्षक ने दोनों को लाइन हाजिर कर दिया था. अब मामले में आरोप सिद्ध होने के बाद इन दोनों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है.
पुलिस अधीक्षक कालूराम रावत ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि तस्करों की ओर से एक बार देसूरी पुलिस पर नाकाबंदी के दौरान फायरिंग की गई थी और उसमें कांस्टेबल रणवीर सिंह को गोली लगी थी. दूसरी बार कुछ ही दिनों पहले सांडेराव पुलिस पर तस्करों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए वहां से भाग छूटे थे. इन दोनों ही मामलों में पुलिस ने आरोपी तस्करों को पकड़ने के बाद पूछताछ में चाणोद चौकी में तैनात कांस्टेबल अमलू राम और सिरियारी थाने में तैनात कांस्टेबल भीयाराम के बीच मिलीभगत होने की बात सामने आई थी.
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इन दोनों कांस्टेबलों की ओर से लगातार पुलिस की गतिविधियों से तस्करों को रूबरू करवाया जा रहा था. जिसके कारण तस्कर पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पा रहे थे. पुलिस अधीक्षक कालूराम ने मंगलवार को इन दोनों ही कांस्टेबल को नौकरी से बर्खास्त कर दिया है.