बाली (पाली). नाडोल कस्बे में श्री मारवाड़ मेघवाल सेवा संस्थान के तत्वावधान में रविवार को आयोजित पंचम प्रतिभा सम्मान समारोह में समाजजनों का सैलाब उमड़ा. संस्थान संरक्षक और पूर्व मंत्री अचला राम मेघवाल की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में 125 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर समारोह की मुख्य अतिथि और भारतीय विदेश सेवा की अधिकारी चंद्रकांता राठौड़ ने भी विद्यार्थियों को उत्साहवर्धक भाषण से विद्यार्थियों का मनोबल बढ़ाया.
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि पहले लक्ष्य निर्धारित कीजिए, फिर आगे बढ़िए. अपने जीवन के 20 साल लक्ष्य के बाद उसे पाने की मेहनत करने में लगा दीजिएगा तो अगले 60 साल अच्छी जिंदगी जी जा सकती है. उन्होंने कहा कि बहुत से तरीके है, जिनसे उम्मीदों को जगाए रखा जा सकता है. निराश होने से तो आने वाले अवसर भी खो देते हैं.
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मुख्य वक्ता मेघवाल समाज के राष्ट्रीय नायक भंवर मेघवंशी ने कहा कि 99 प्रतिशत तो उस वर्ग के लोग बना रहे हैं, जो बरसो से सुविधा भोग रहे हैं. लेकिन अब दबा, कुचला और पिछड़ा समाज भी प्रतिस्पर्धा में कड़ी चुनौती दे रहा है. उन्होंने कहा बड़ी बात तो यह होगी कि युवा मिलकर क्षेत्र में कोई बड़ा बिजनेस मॉडल खड़ा करें. क्योंकि आरक्षण तो नाम का रह गया है और आरक्षण ही हमारी दुखती रग है. उन्होंने कहा कि बढ़ते अत्याचारों का कारण यह है कि हमारी निर्भरता अन्य लोगों पर हैं. इसलिए एक निर्भर समाज का निर्माण करना हैं.
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विशिष्ठ अतिथि राहुल मेघवाल ने कहा कि आपके यहां लोगों ने झंडे उठाना और जय भीम गूंजाना सिख लिया है. हमारे यहां लोगों ने किताबें उठाना सीख लिया और वे आगे बढ़ रहे हैं. हमें बाबा साहेब के विचारों को आत्मसात करना हैं. उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में व्यक्ति अंगारा बन जाता हैं और परिवर्तन लाता है. उन्होंने उदयपुर में तीन हजार जरुरतमंद विद्यार्थियों को कोचिंग देने का मिशन चला रखा है. उन्होंने कहा कि जो पानी से नहाता है, वो लिबास बदल सकता है और जो पसीने से नहाता है, वो तकदीर बदल देता है.
गौ सेवा आयोग के पूर्व निदेशक डॉ. एमएल परिहार ने कहा कि मेधावी छात्र वो है, जो आज की कड़ी प्रतिस्पर्धा में आगे बढ़ रहे हैं. आगे बढ़ने के लिए उच्चतम प्रतिशत की जरूरत है. अगर शिक्षा में आगे नहीं बढ़ रहे हैं तो व्यवसाय की तरफ उन्मुख हो जाए. आगे बढ़ने के लिए अंधविश्वासों और रूढ़ियों से मुक्त होना होगा.
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कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा साहेब डॉ. बीआर अम्बेडकर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया. बाद में आयोजकों ने अतिथियों का माला, शॉल-साफा पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया. समारोह में 65 प्रतिशत अंक प्राप्त सैकण्डरी, सीनियर सैकण्डरी, स्नातक, स्नातकोत्तर और नवनियुक्त कर्मचारियों का प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, बैग और अम्बेडकर साहित्य भेंट कर सम्मानित किया गया. कुल 125 प्रतिभाओं में से 21 को गोल्ड कोटेड और 31 को सिल्वर मैडल प्रदान किए गए. सीनियर सैकण्डरी परीक्षा में सर्वाधिक अंक अर्जित करने वाली गुडा पृथ्वीराज निवासी छात्रा वैशाली पुत्री देवाराम को मंच पर अतिथि का दर्जा देकर विशेष सम्मान दिया गया.