जैतारण (पाली). पाली जिले के सेंदड़ा वन विभाग कार्यालय के अधीन रास व सुमेल प्रतापगढ़ वनखंड में वृक्षारोपण में गबन का मामला सामने आया था. जिसके बाद मामले में सेन्दड़ा वन विभाग में कार्यरत सहायक वनपाल और रास नाका प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. उपवन संरक्षक गौरव गर्ग ने बताया कि रेंजर सेंदड़ा में पूर्व में कराए गए वृक्षारोपणों में गबन के मामले में जांच चल रही थी. लंबित जांच के साक्ष्यों से छेड़छाड़ करने के संबंध में सेन्दड़ा रेंज के सहायक वनपाल व रास नाका प्रभारी निलंबित किया गया है.
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जानकारी के अनुसार वर्ष 2015-16 में कैंपा योजना के अंतर्गत और वर्ष 2013-14 में अरावली योजना के तहत सेंदड़ा वन क्षेत्र के रास व सुमेल-प्रतापगढ़ वनखण्ड में वृक्षारोपण व चारदीवारी के कार्य हेतु लाखों रुपए स्वीकृत हुए थे. 5 वर्ष तक इन्हीं वृक्षारोपण का रखरखाव का कार्य भी विभाग को ही कराना था. वृक्षारोपण के स्थान पर निश्चित अंतराल से पहले ही पुनः राशि स्वीकृत कराकर कागजों में वृक्षारोपण कर सरकारी राशि हड़प कर ली.
जिसकी वित्तीय स्वीकृति भी समय-समय पर विभाग द्वारा जारी की गई. शिकायतकर्ताओं का आरोप यह है कि वननाका प्रभारियों ने मिलीभगत करके कोई पौधारोपण नहीं किया. गौरतलब है कि वर्ष 2013-14 व 15-16 में वन विभाग क्षेत्र के रास व सुमेल ब प्रतापगढ़ वन क्षेत्र में पौधरोपण को लेकर भ्रष्टाचार की शिकायत पर उच्चस्तरीय जांच हुई थी. जांच टीम ने मौके पर पहुंचकर तीन दिन तक पौधों का भौतिक सत्यापन भी किया था.