पाली. कोरोना संक्रमण के बीच बदलते मौसम के साथ मौसमी बीमारियां भी अपना पैर पसार रही हैं. इसका नजारा प्रतिदिन बांगड़ अस्पताल में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. जहां अस्पताल खोलने से पहले ही मरीजों की लंबी कतारें लग रही हैं. पिछले 10 दिनों के औसत ओपीडी को देखें तो बांगड़ अस्पताल में प्रतिदिन 1,000 से ज्यादा मरीजों के रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं, जो ओपीडी में डॉक्टर को चेक करा रहे हैं.
डॉक्टरों की मानें तो बदलते मौसम के कारण अस्पताल में इस समय मौसमी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है. इस समय अस्पताल में आने वाले अधिकतर मरीजों में बुखार, जुकाम और एलर्जी के मरीज सबसे ज्यादा है. डॉक्टरों का यह भी कहना है कि इन बीमारी से ग्रसित होकर आ रहे कई मरीजों के कोरोना वायरस के टेस्ट भी करवाए जा रहे हैं, लेकिन सभी की रिपोर्ट लगभग नेगेटिव आ रही है.
![opd in bangar hospital](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11119935_risk.jpg)
यह है स्थिति...
- बांगड अस्पताल के ओपीडी में औसत एक हजार से अधिक मरीज पहुंच रहे
- प्रतिदिन अस्पताल में आ रहे बुखार, जुकाम व एलर्जी के मरीज
- सुबह से ही ओपीडी में लग रही लंबी कतार
- अस्पताल में फिर से बढ़ाने पड़े वार्डों में बैड
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण एक बार फिर से बढ़ने के चलते पाली जिला मुख्यालय पर बांगड़ अस्पताल में मेडिकल टीमों द्वारा सबसे ज्यादा रोगियों पर ध्यान दिया जा रहा है. इधर, अचानक से मौसम में हुए परिवर्तन के बाद काफी संख्या में मौसमी बीमारियों के मरीज आने लगे हैं. सबसे बड़ी बात यह है कि जो मौसमी बीमारी से ग्रसित होकर मरीज आ रहे हैं, उनमें सबसे ज्यादा लक्षण कोरोना संक्रमण के नजर आ रहे हैं.
![risk increased of seasonal diseases](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11119935_opd.png)
इसी के चलते चिकित्सा महकमे में की चिंताएं बढ़ी हुई हैं और अस्पताल में आने वाले इन मरीजों में से संदिग्ध मरीजों के कोरोना के सैंपल भी लिए जा रहे हैं. हालांकि, डॉक्टरों ने यह सांत्वना दी है कि अब तक जो ओपीडी में मरीज आए हैं, उनमें सिर्फ मौसमी बीमारियों के लक्षण हैं.
![risk increased of seasonal diseases](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/11119935_patient.png)
इसी के चलते चिकित्सा महकमा राहत की सांस के लिए हुए है. डॉक्टरों का कहना है कि ओपीडी में आने वाले मरीजों के स्वास्थ्य का पूर्णतया परीक्षण किया जा रहा है और उनके सैंपल लेने के बाद उनके सैंपल के रिपोर्ट पर विश्वास भी किया जा रहा है.