पाली. जिले के बांगड़ मेडिकल कॉलेज के जीएनएम हॉस्टल में मंगलवार देर रात शराब के नशे में धुत रेजिडेंट डॉक्टरों ने जमकर उत्पात मचाया. इस दौरान विरोध करने पर आरोपियों ने एक छात्र के साथ मारपीट की. वहीं, देखते ही देखते मामला एकाएक बढ़ गया और हंगामा शुरू हो गया. इसी बीच नर्सिंग छात्र व रेजिडेंट डॉक्टर आमने सामने आ गए. इधर, हंगामे की सूचना पर गश्त में लगे पुलिसकर्मी भी मौके पर जा पहुंचे और समझाइश की कोशिश करने लगे. लेकिन रेजिडेंट्स डॉक्टर्स मानने को तैयार ही नहीं थे और इस दौरान वो पुलिसकर्मियों से भी उलझ गए.
इसके बाद कोतवाली से सहायक उपनिरीक्षक भलाराम विश्नोई के नेतृत्व में पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचा और हंगामा कर रहे रेजिडेंट्स डॉक्टर व नर्सिंग छात्रों को कोतवाली लेकर गए. हालांकि मेडिकल कॉलेज प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने महज खानापूर्ति करते हुए सभी को छोड़ दिया. मामले में एएसआई भलाराम ने बताया कि हॉस्टल अधीक्षक सहित मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों के समझाइश के बाद दोनों पक्षों ने लिखित में राजीनामा दिया, जिसके बाद सभी को छोड़ दिया.
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दरअसल, मंगलवार रात को रेजिडेंट डॉक्टर्स अपने साथियों के साथ शराब पार्टी कर रहे थे और गाने बजा रहे थे. रात के दो बज गए थे, सो एक छात्र ने इसका विरोध किया. वहीं, विरोध के बाद हंगामा शुरू हो गया और रेजिडेंट डॉक्टरों ने अपने साथियों के साथ मिलकर छात्र की जमकर पिटाई कर दी. इस वाकया के बाद हालात एकदम से बेकाबू हो गए और नर्सिंग छात्र और रेजिडेंट डॉक्टर्स आमने-सामने आ गए.
इसके बाद पुलिस दोनों पक्षों के लोगों को थाने लेकर चली गई, लेकिन मामले में मेडिकल कॉलेज प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद सभी को छोड़ दिया गया. इधर, मेडिकल कॉलेज प्रशासन के रूख पर भी सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं, क्योंकि यह कोई पहला मामला नहीं था. इससे पहले भी हॉस्टल में ऐसे वाकया हो चुके हैं. बावजूद इसके सख्ती बरतने की बजाय आरोपी छात्रों को छुड़ाना प्रबंधन के लापरवाह रवैए को दर्शाता है.