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Water Crisis in Pali : पानी की समस्या लेकर फिर सड़कों पर उतरे लोग... - Rajasthan Hindi news

पूरे प्रदेश पानी के संकट से जूझ रहा है. आए दिन लोग समस्या के निराकरण के लिए सड़कों (Water Crisis in Pali) पर प्रदर्शन करते हैं. लेकिन फिर भी समस्या जस की तस बनी हुई है.

Protest against water crisis in Pali
पानी की समस्या लेकर फिर सड़को पर उतरे लोग..
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Published : May 15, 2022, 4:20 PM IST

पाली. पूरा प्रदेश जल संकट से जूझ रहा है. लोग पेयजल आपूर्ति के लिए आए दिन धरने दे रहे हैं, सड़कों पर प्रदर्शन (Water Crisis in Pali) कर रहे हैं. लेकिन हालात जस के तस हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि अधिकारी को कई बार समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन वो केवल आश्वासन देकर रह जाते हैं. इसी क्रम में पाली में लोग सड़कों पर उतर कर पानी की समस्या का निराकरण की मांग कर रहे हैं.

पाली से भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख ने जानकारी देते हुए बताया कि आज जनता पानी के लिए तरस रही है. इसका तीन मुख्य कारण है- पहला कारण जब जवाई बांध में पानी था तो पानी का बटवारा करना था. कहीं न कहीं लापरवाही या कोई भूल हुई है. दूसरा जोधपुर से रोहट तक पानी लाना था, उस जगह पुरानी पाइप लाइन बिछी हुई थी. वह पुरानी हो चुकी है और सड़ चुकी है. फिर भी उसे ही सही किया गया पर उसे लगभग पांच से सात महीने से इस्तेमाल में लाया जा रहा है.

पानी की समस्या लेकर फिर सड़को पर उतरे लोग..

प्रसासन ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं, अगर पुरानी सही करने की जगह नई पाइप लाइन बिछा देते तो आज ये मुश्किल देखने को नहीं मिलती. इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि तीसरा कारण वाटर ट्रेन शुरू करने में देरी. जब प्रशासन को पता था कि ये परिस्थिति हो सकती है, तो उन्हें वाटर ट्रेन शुरू कर देनी चाहिए थी. जवाई बांध का निर्माण 1956 मे हुआ था. इस बांध को तैयार होने करने में लगभग 60 लाख रुपए और 11 साल का समय लगा था. जवाई बांध मे आवक 787 वर्ग किलोमीटर है. जल भराव 312 मीटर तथा ओवरफ्लो का स्थर 308.50 मीटर है.

पढ़ें: पानी की समस्या को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ी महिलाएं, देखिए Video...

लूणी में भी पानी के लिए हाहाकार : लूणी क्षेत्र में भी पानी के लिए हाहाकार मची हुई है. वहीं, रविवार को पंचायत समिति लूणी के ग्राम पंचायत बोरानाडा में पेयजल की समस्या को लेकर महिलाओं और पुरुषों ने रास्ता रोककर प्रदर्शन किया. साथ ही पानी की समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है. जलदाय विभाग को जगाने के लिए मटकी फोड़ कर विरोध-प्रदर्शन किया गया. महिलाओं ने कहा कि पिछले माह कई-कई दिनों तक पानी नहीं आने समस्या हो रही है. हमने जलदाय विभाग, सरपंच और विधायक को कई बार अवगत कराया, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है.

Protest against water crisis in Pali
लूणी में भी पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन

उन्होंने कहा कि इतने महंगे दामों में टैंकर बुलवाया जाता है. जिसका पानी भी खारा ही होता है, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि पानी की सप्लाई बाधित होने से लोगों ही नहीं, बल्कि पशुओं के लिए भी विकट समस्या उत्पन्न हो गई है. प्रदर्शन की सूचना मिलते ही बोरानाडा पुलिस जाप्ता के साथ मौके पर पहुंची.

पाली. पूरा प्रदेश जल संकट से जूझ रहा है. लोग पेयजल आपूर्ति के लिए आए दिन धरने दे रहे हैं, सड़कों पर प्रदर्शन (Water Crisis in Pali) कर रहे हैं. लेकिन हालात जस के तस हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि अधिकारी को कई बार समस्या से अवगत कराया गया है, लेकिन वो केवल आश्वासन देकर रह जाते हैं. इसी क्रम में पाली में लोग सड़कों पर उतर कर पानी की समस्या का निराकरण की मांग कर रहे हैं.

पाली से भाजपा विधायक ज्ञानचंद पारख ने जानकारी देते हुए बताया कि आज जनता पानी के लिए तरस रही है. इसका तीन मुख्य कारण है- पहला कारण जब जवाई बांध में पानी था तो पानी का बटवारा करना था. कहीं न कहीं लापरवाही या कोई भूल हुई है. दूसरा जोधपुर से रोहट तक पानी लाना था, उस जगह पुरानी पाइप लाइन बिछी हुई थी. वह पुरानी हो चुकी है और सड़ चुकी है. फिर भी उसे ही सही किया गया पर उसे लगभग पांच से सात महीने से इस्तेमाल में लाया जा रहा है.

पानी की समस्या लेकर फिर सड़को पर उतरे लोग..

प्रसासन ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं, अगर पुरानी सही करने की जगह नई पाइप लाइन बिछा देते तो आज ये मुश्किल देखने को नहीं मिलती. इसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि तीसरा कारण वाटर ट्रेन शुरू करने में देरी. जब प्रशासन को पता था कि ये परिस्थिति हो सकती है, तो उन्हें वाटर ट्रेन शुरू कर देनी चाहिए थी. जवाई बांध का निर्माण 1956 मे हुआ था. इस बांध को तैयार होने करने में लगभग 60 लाख रुपए और 11 साल का समय लगा था. जवाई बांध मे आवक 787 वर्ग किलोमीटर है. जल भराव 312 मीटर तथा ओवरफ्लो का स्थर 308.50 मीटर है.

पढ़ें: पानी की समस्या को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ी महिलाएं, देखिए Video...

लूणी में भी पानी के लिए हाहाकार : लूणी क्षेत्र में भी पानी के लिए हाहाकार मची हुई है. वहीं, रविवार को पंचायत समिति लूणी के ग्राम पंचायत बोरानाडा में पेयजल की समस्या को लेकर महिलाओं और पुरुषों ने रास्ता रोककर प्रदर्शन किया. साथ ही पानी की समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है. जलदाय विभाग को जगाने के लिए मटकी फोड़ कर विरोध-प्रदर्शन किया गया. महिलाओं ने कहा कि पिछले माह कई-कई दिनों तक पानी नहीं आने समस्या हो रही है. हमने जलदाय विभाग, सरपंच और विधायक को कई बार अवगत कराया, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ है.

Protest against water crisis in Pali
लूणी में भी पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन

उन्होंने कहा कि इतने महंगे दामों में टैंकर बुलवाया जाता है. जिसका पानी भी खारा ही होता है, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने कहा कि पानी की सप्लाई बाधित होने से लोगों ही नहीं, बल्कि पशुओं के लिए भी विकट समस्या उत्पन्न हो गई है. प्रदर्शन की सूचना मिलते ही बोरानाडा पुलिस जाप्ता के साथ मौके पर पहुंची.

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