मारवाड जंक्शन (पाली). राजस्थान में 3 मई से 17 मई तक महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा लागू है. इसके तहत बेवजह बाहर घूमने वालों को क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. और उनकी कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद ही उन्हें छोड़ा जा रहा है. लेकिन पाली में दो क्वॉरेंटाइन सेंटरों से ऐसे लोगों को बिना कोरोना जांच करवाए ही छोड़ दिया गया. क्वॉरेंटाइन सेंटर के प्रभारियों ने बताया कि उनके पास जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों को फोन आये थे कि इन लोगों को छोड़ दिया जाये.
क्या है पूरा मामला
मारवाड़ जंक्शन में कंटालिया में स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर पर बेवजह घूमने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया था. लेकिन फिर नेताओं के फोन आने लगे की लोगों को छोड़ दिया जाये. जिसके बाद क्वॉरेंटाइन प्रभारी ने सभी लोगों को छोड़ दिया. वहीं मारवाड़ जंक्शन क्वॉरेंटाइन सेंटर के प्रभारी ने बताया कि उनको एसडीएम और दूसरे अधिकारियों का फोन आया था कि क्वॉरेंटाइन किए हुए लोगों को छोड़ दो. जिसके बाद क्वॉरेंटाइन 12 लोगों को छोड़ दिया गया.
बिना कोरोना जांच के लोगों को छोड़ने की बात सामने आने के बाद अधिकारी मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं. जबकि जिला कलेक्टर की तरफ से सख्त निर्देश थे कि किसी भी व्यक्ति को बिना कोरोना जांच के नहीं छोड़ा जायेगा. ऐसे में कोरोना से लड़ाई के प्रशासन के दावों पर कोई कैसे यकीन करे.