मारवाड़ जंक्शन (पाली). मारवाड़ जंक्शन के बांता गांव में लगभग 9 माह से राजकीय सामुदायिक केंद्र चिकित्सालय मे चिकित्सक का पद खाली पड़ा है. जिससे ग्रामीण और मरीज परेशान हैं. बता दें कि मात्र मेल नर्स के भरोसे यह सामुदायिक केंद्र चल रहा है.
इस समय प्रदेश में मौसमी बीमारियों का दौर चल रहा है. वहीं बांता गांव के अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने की वजह से मरीजों को इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. कई बार स्थानीय सरपंच समुन्द्र सिंह और समाजसेवी संगठनों द्वारा चिकित्सा विभाग, विधायक और पाली सांसद पीपी चौधरी को लिखित में ज्ञापन दिया गया है. लेकिन राजनेता और प्रशासन सुनने को तैयार नहीं हैं.
बता दें कि बांता गांव की आबादी लगभग 7 हजार है और आस पास की भी 3 हजार के करीब की आबादी इसी चिकित्सालय पर निर्भर है. वहीं चिकित्सक नहीं होने की वजह से मरीजों को मारवाड़ और पाली जाकर उपचार कराना पड़ रहा है. अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने की वजह से ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है.
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वहीं चिकित्सक के अभाव में बीते 4 महीनों में 15 मौतें हो चुकी हैं. लोगों का कहना है कि प्रशासन द्वारा धीरे-धीरे यहां से चिकित्सा कर्मियों को हटाकर दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया, लेकिन नई नियुक्ति नहीं की गई.