पाली. निकाय चुनाव परिणाम का इंतजार तो अभी पूरी पाली कर रही है. लेकिन इन परिणामों से पहले ही भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर दी है. वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस एक बार फिर दो गुटों में बंटी नजर आने लगी है.
अभी तक जो कयास लगाए जा रहे है, उसके मुताबिक कांग्रेस के इस बार बहुमत के साथ निकाय चुनाव में बढ़त लेने की उम्मीद है. लेकिन, इस कयास के साथ ही नगर मुखिया के चेहरे के लेकर कांग्रेस के पदाधिकारी एक बार फिर से दो खेमों में बंटे नजर आ रहे हैं. दोनों ही खेमे अपने-अपने चेहरे को आगे लाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं.
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गौरतलब है कि जिस तरीके से प्रदेश में कांग्रेस के दो खेमों में बंटी होने की बातें सामने आती है, उसी प्रकार से पाली में भी कांग्रेस की यही स्थिति है. निकाय चुनाव के टिकट वितरण के दौरान भी कांग्रेस पदाधिकारियों में आपसी सामंजस्य की कमी नजर आई थी. इसी के चलते नामांकन के अंतिम दिन तक कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों के नामों में बदलाव होते रहे.
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वहीं मतदान के बाद में जब कांग्रेस के पक्ष में रुझान आने शुरू हुए तो इसके साथ ही एक बार फिर से यहां कांग्रेस में फूट की चर्चाएं सामने आने लगी है. दो खेमों में बंटे कांग्रेस के पदाधिकारी पाली नगर परिषद के चेयरमैन के चेहरे के रूप में अपना प्रत्याशी सामने लाना चाहते है. वहीं पार्टी जिलाध्यक्ष का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है. फिर भी किसी के बीच मनमुटाव होगा तो उसे दूर कर लिया जाएगा.