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निकाय चुनाव परिणाम से पहले सामने आने लगी पाली कांग्रेस की गुटबाजी

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Published : Nov 18, 2019, 4:44 PM IST

निकाय चुनाव परिणाम से पहले रुझान सामने आते ही अब शहरी सरकार के मुखिया प्रत्याशी और चेहरे को लेकर मनमुटाव और गुटबाजी की स्थितियां नजर आने लगी है. पाली कांग्रेस में भी इन दिनों कुछ ऐसा ही नजर आ रहा है. यहां कांग्रेस दो खेमों में बंटी नजर आ रही है. हालांकि, पार्टी नेताओं ने गुटबाजी जैसी बातों को लेकर साफ इनकार किया है.

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पाली. निकाय चुनाव परिणाम का इंतजार तो अभी पूरी पाली कर रही है. लेकिन इन परिणामों से पहले ही भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर दी है. वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस एक बार फिर दो गुटों में बंटी नजर आने लगी है.

पाली कांग्रेस में नजर आने लगी गुटबाजी

अभी तक जो कयास लगाए जा रहे है, उसके मुताबिक कांग्रेस के इस बार बहुमत के साथ निकाय चुनाव में बढ़त लेने की उम्मीद है. लेकिन, इस कयास के साथ ही नगर मुखिया के चेहरे के लेकर कांग्रेस के पदाधिकारी एक बार फिर से दो खेमों में बंटे नजर आ रहे हैं. दोनों ही खेमे अपने-अपने चेहरे को आगे लाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं.

यह भी पढ़ें : निकाय चुनाव 2019: प्रदेश में सबसे छोटी नवगठित नगर पालिका को सर्वाधिक मतदान प्रतिशत का गौरव हासिल

गौरतलब है कि जिस तरीके से प्रदेश में कांग्रेस के दो खेमों में बंटी होने की बातें सामने आती है, उसी प्रकार से पाली में भी कांग्रेस की यही स्थिति है. निकाय चुनाव के टिकट वितरण के दौरान भी कांग्रेस पदाधिकारियों में आपसी सामंजस्य की कमी नजर आई थी. इसी के चलते नामांकन के अंतिम दिन तक कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों के नामों में बदलाव होते रहे.

यह भी पढ़ें : Horse trading के लिए पार्षद परिणाम से चेयरमैन चुनाव तक कांग्रेस ने लंबा समय रखा : पूनिया

वहीं मतदान के बाद में जब कांग्रेस के पक्ष में रुझान आने शुरू हुए तो इसके साथ ही एक बार फिर से यहां कांग्रेस में फूट की चर्चाएं सामने आने लगी है. दो खेमों में बंटे कांग्रेस के पदाधिकारी पाली नगर परिषद के चेयरमैन के चेहरे के रूप में अपना प्रत्याशी सामने लाना चाहते है. वहीं पार्टी जिलाध्यक्ष का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है. फिर भी किसी के बीच मनमुटाव होगा तो उसे दूर कर लिया जाएगा.

पाली. निकाय चुनाव परिणाम का इंतजार तो अभी पूरी पाली कर रही है. लेकिन इन परिणामों से पहले ही भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर दी है. वहीं अगर कांग्रेस की बात करें तो कांग्रेस एक बार फिर दो गुटों में बंटी नजर आने लगी है.

पाली कांग्रेस में नजर आने लगी गुटबाजी

अभी तक जो कयास लगाए जा रहे है, उसके मुताबिक कांग्रेस के इस बार बहुमत के साथ निकाय चुनाव में बढ़त लेने की उम्मीद है. लेकिन, इस कयास के साथ ही नगर मुखिया के चेहरे के लेकर कांग्रेस के पदाधिकारी एक बार फिर से दो खेमों में बंटे नजर आ रहे हैं. दोनों ही खेमे अपने-अपने चेहरे को आगे लाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं.

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गौरतलब है कि जिस तरीके से प्रदेश में कांग्रेस के दो खेमों में बंटी होने की बातें सामने आती है, उसी प्रकार से पाली में भी कांग्रेस की यही स्थिति है. निकाय चुनाव के टिकट वितरण के दौरान भी कांग्रेस पदाधिकारियों में आपसी सामंजस्य की कमी नजर आई थी. इसी के चलते नामांकन के अंतिम दिन तक कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों के नामों में बदलाव होते रहे.

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वहीं मतदान के बाद में जब कांग्रेस के पक्ष में रुझान आने शुरू हुए तो इसके साथ ही एक बार फिर से यहां कांग्रेस में फूट की चर्चाएं सामने आने लगी है. दो खेमों में बंटे कांग्रेस के पदाधिकारी पाली नगर परिषद के चेयरमैन के चेहरे के रूप में अपना प्रत्याशी सामने लाना चाहते है. वहीं पार्टी जिलाध्यक्ष का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है. फिर भी किसी के बीच मनमुटाव होगा तो उसे दूर कर लिया जाएगा.

Intro:पाली. निकाय चुनाव का परिणाम का इंतजार तो अभी पूरी पाली कर रही है। लेकिन इन परिणामों से पहले ही भाजपा ने अपने प्रत्याशियों की बाड़ाबंदी कर दिया है। वहीं अगर कांग्रेस के बाद करें तो कांग्रेस में एक बार फिर से दो गुटों में बटने से कांग्रेस में फूट अब फिर से नजर आने लग गई है। अभी तक के जो कयास लगा रहे है कि कांग्रेस इस बार पूरे बहुमत के साथ निकाय चुनाव में बढ़त लेने की उम्मीद है। लेकिन, इस कयास के साथ ही नगर मुखिया के चेहरे के लेकर कांग्रेस के पदाधिकारी एक बार फिर से दो खेमों में बट चुकी है। दोनों ही खेमे अपने अपने चेहरे को आगे लाने के लिए एडी चोटी का जोर लगा रहे है।




Body:गौरतलब है कि जिस तरीके से प्रदेश में कांग्रेस दो खेमों में बड़ी होने की बात सामने आती है। उसी प्रकार से पाली में भी कांग्रेस की यही स्थिति है। निकाय चुनाव के टिकट वितरण के दौरान भी कांग्रेस में पदाधिकारियों बीच में आपनसी सामंजस्य की कमी नजर आई थी। इसी के चलते नामांकन के अंतिम दिन तक कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों के नामों में बदलाव होते रहे। मतदान के बाद में जब कांग्रेस के पक्ष में रुझान आने लगे हैं। इसके बाद फिर से कांग्रेस की फूट की चर्चाएं सामने आने लग गई है। दो खेमों में बीती कांग्रेस के पदाधिकारी पाली नगर परिषद के चेयरमैन के चेहरे के रूप में अपना प्रत्याशी सामने लाना चाहते है।

समाचार में कांग्रेस जिलाध्यक्ष चुन्नीलाल चाड़वास की बाईट है।



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