पाली. लगातार मंडरा रहे जल संकट के चलते अब पाली में वाटर ट्रेन लाने की कवायद तेज हो चुकी है. प्रशासनिक तौर पर वाटर ट्रेन लाने से पहले ट्रेन ठहरने के ट्रैक और पानी की हौदियों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया गया है. ये सभी कार्य जलदाय विभाग की निगरानी में हो रहे हैं. इसका निरीक्षण करने के लिए पाली सांसद पीपी चौधरी और विधायक ज्ञानचंद पारख भटवाड़ा स्थित वाटर बॉक्स पहुंचे. यहां उन्होंने विभाग की ओर से की जा रही तैयारियों का जायजा लिया.
निरीक्षण के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए चौधरी ने बताया कि मानसून की बेरुखी के चलते पाली में जल संकट गहराया हुआ है. पाली का एकमात्र पेयजल स्त्रोत जवाई बांध भी अब पूरी तरह से सूख चुका है. ऐसे में पानी का उपयोग सभी को बहुत ही सोच समझ कर करना होगा, जितना हो सके जनता को पानी का दुरुपयोग कम करना होगा. तभी इस पेयजल संकट की घड़ी से निजात पाया जा सकेगा.
उन्होंने बताया कि 22 जुलाई तक वाटर बॉक्स में साफ-सफाई का कार्य पूरा हो जाएगा. 24 जुलाई को पाली में जोधपुर से वाटर ट्रेन का पहला फेरा पहुंचेगा. उन्होंने बताया कि वाटर ट्रेन प्रतिदिन पाली पानी लाने के लिए चार फेरे लगाएगी. उन्होंने बताया कि रोहट क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए विभाग की ओर से टैंकरों की व्यवस्था भी की गई है.
जोधपुर पहुंचे सांसद पीपी चौधरी
सांसद पीपी चौधरी शनिवार को रेलमार्ग द्वारा दिल्ली से जोधपुर पहुंचे. जोधपुर रेलवे स्टेशन पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पाली में पानी की भयंकर किल्लत चल रही है. इसको दूर करने के लिए जोधपुर का पानी ट्रेन के माध्यम से पाली ले जाया जाएगा, जिससे पाली और आस पास के क्षेत्रों की जनता की प्यास बुझाई जा सकेगी. इसी को लेकर उन्होंने शुक्रवार को रेल मंत्री से मिलकर पाली के लिए वाटर ट्रेन शुरू करने की मांग की है.
रेल मंत्री ने पीपी चौधरी को आश्वस्त करते हुए कहा की जल्द ही समस्या का निस्तारण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 2500 कि.ली. अर्थात 10 हजार कि.ली. पानी का परिवहन किया जाएगा. चौधरी ने बताया कि इस संबंध में रेल मंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने की बात कही गई है.